ईरान द्वारा यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन्स के विमान क्रैश होने के बाद ईरान ने अपनी गलती तो मान ही ली थी अब ईरान के रेवॉल्यूशनरी गार्ड के कमांडर जनरल आमिर अली हाजीजादेह ने जिम्मेदारी लेते हुए कहा है कि खबर सुनकर मुझे लगा कि मुझे ही मर जाना चाहिए. (Photo: PTI)
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ईरान के स्टेट टीवी को दिए एक बयान में जनरल आमिर अली हाजीजादेह ने कहा कि 176 लोगों के मारे गए हैं, ऐसा लगा की मुझे खुद मर जाना चाहिए. हादसे के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामनेई ने मामले की जांच के आदेश दे दिए.
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वहीं ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने क्रैश को लेकर ईरान की गलती स्वीकार कर ली है. ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा- 'सुरक्षा बलों की आंतरिक जांच से ये पता चला है कि मानवीय भूल की वजह से मिसाइल फायर की गई जिससे यूक्रेन का विमान क्रैश हुआ और 176 निर्दोष लोगों की मौत हो गई. जांचकर्ता इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रहे हैं.'
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ईरानी राष्ट्रपति ने ये भी कहा कि अक्षम्य गलती के लिए जिम्मेदार लोगों पर मुकदमा चलाया जाएगा. ईरान भयंकर गलती को लेकर खेद प्रकद करता है. वे शोक मना रहे परिवार के लिए वे दुआ करते हैं.
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उधर यूक्रेन के प्रधानमंत्री वोलोडाइमिर जेलेंस्की ने इस मामले में ईरान से हादसे के जिम्मेदार लोगों को सजा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को मुआवजा भी दिया जाना चाहिइ. इतना ही नहींउन्होंने ईरान सरकार से आधिकारिक तौर पर माफी की भी मांग की है.
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बता दें कि घटना आठ जनवरी की है, यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन्स के विमान में 176 लोग सवार थे. सभी लोगों की मौत हो गई. ईरान के 82 लोगों के साथ 63 कनाडाई, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफनागिस्तान के 4, जर्मनी के 3 और यूके के 3 लोग सवार थे.
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कबूलनामा बन गया मुसीबत:
हालांकि ईरान का कबूलनामा उसके लिए बड़ी मुसीबत बन गई है. ईरान ने कहा कि भूलवश उसने तेहरान में यूक्रेन के एयरलाइन को मार गिराया जिसमें 176 लोगों की मौत हो गई. ईरान के इस कबूलनामे के बाद अब उसी के नागरिक विरोध प्रदर्शनों में सड़कों पर उतर गए हैं.
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ईरानी सरकार के खिलाफ विरोध:
सरकार के इस कबूलनामे के बाद ईरान की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन भड़क उठे हैं. लोगों को 'तानाशाह को फांसी दो (डेथ टू डिक्टेटर)' जैसे नारे लगाते सुना जा रहा है. तेहरान स्थित आमिर कबीर यूनिवर्सिटी के छात्र बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे हैं. छात्रों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया है.
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प्रदर्शनकारी नारेबाजी कर रहे हैं जिसमें सर्वोच्च नेता खमनेई को हत्यारा तक बताया जा रहा है. लोगों ने नारेबाजी में कहा- खमनेई हत्यारा है और उसका नेतृत्व गैर-कानूनी है. नारे में यह भी कहा जा रहा है कि 'इस्लामिक शासन को खत्म किया जाए.'
कुछ ही दिन पहले ईरान ने एक अमेरिकी हमले में अपने सर्वोच्च कमांडर कासिम सुलेमानी को खो दिया और अब उसे अपने लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है.
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ईरानी लोगों के साथ ट्रंप:
उधर तनातनी के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेवर नरम पड़ते दिख रहे हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने शनिवार को कहा कि वे हमेशा ईरानी लोगों के साथ खड़े हैं और उनकी नाराजगी पर गौर कर रहे हैं जब से ईरानी सरकार ने एक विमान को मार गिराने का दावा किया है.
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट में लिखा, 'ईरान के बहादुर, लंबे समय से पीड़ित लोगों के लिए: मैं अपनी प्रेसीडेंसी की शुरुआत से आपके साथ खड़ा हूं और मेरा प्रशासन आपके साथ खड़ा रहेगा'. ट्रंप ने ट्वीट में लिखा है, 'हम आपके विरोध पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और आपके साहस से प्रेरित हैं.' राष्ट्रपति ट्रंप ने फारसी में भी यही बात ट्वीट किया.