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विश्व

भारतीय मूल के इन दो लोगों को बाइडेन कैबिनेट में मिल सकती है जगह

जो बाइडेन कैबिनेट में भारतवंशी!
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दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र अमेरिका में एक लंबी प्रक्रिया के बाद राष्ट्रपति का चुनाव खत्म हो गया है. अमेरिका ने बाइडेन के रूप में अपना 46वां राष्ट्रपति चुना और इतिहास में पहली बार महिला उपराष्ट्रपति कमला हैरिस चुनी गई हैं. अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बाइडेन का प्रशासन और टीम है. इसी बीच चर्चा है कि बाइडेन की कैबिनेट में भारतीय मूल के दो लोगों को जगह मिल सकती है.

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दरअसल, पीटीआई ने 'द वॉशिंगटन पोस्ट' के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में बताया है पूर्व सर्जन जनरल विवेक मूर्ति और अरुण मजूमदार को बाइडन और कमला हैरिस की अगुवाई वाली नई सरकार की कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. विवेक मूर्ति स्वास्थ्य एवं मानव सेवा मंत्री बनाए जा सकते हैं और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अरुण मजूमदार को ऊर्जा मंत्री बनाया जा सकता है. 

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कौन हैं विवेक मूर्ति:  
भारतीय मूल के विवेक मूर्ति पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में अमेरिका के सर्जन जनरल थे. विवेक मूर्ति को हाल ही में जो बाइडन ने कोरोना टास्क फोर्स की जिम्मेदारी दी है. राष्ट्रपति चुनाव में भी उन्‍होंने अपने काम से बाइडन को काफी प्रभावित किया है. वह चुनावी कैंपेन के दौरान बाइडन को लगातार ब्रीफ करते थे. बाइडन कई बार विवेक मूर्ति की सार्वजनिक मंचों पर तारीफ कर चुके हैं.

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कौन हैं अरुण मजूमदार:  
'एडवांस रिसर्च प्रोजेक्ट्स एजेंसी-एनर्जी' के पहले निदेशक अरुण मजूमदार ऊर्जा संबंधी मामलों पर बाइडन के शीर्ष सलाहकार रहे हैं. वे स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर भी हैं. 

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इनके अलावा और भी कई ऐसे भारतवंशी हैं जिन्हें बाइडेन कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है. राज चेट्टी, अमित जानी, संजीव जोशीपुरा, सबरीना सिंह का भी नाम चर्चा में है. फिलहाल सबकी निगाहें इस बात पर है कि बाइडेन की टीम कैसी होगी.

 

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इससे पहले हाल ही में जो बाइडेन ने अपनी ट्रांजिशन टीम में 20 भारतीय मूल के लोगों को शमिल किया है. ये वो टीम है जिसके माध्यम से वह 20 जनवरी को ली जाने वाली राष्ट्रपति पद की शपथ के बाद अपने कार्यकाल को संभालेंगे. इस टीम में करीब 500 सदस्य हैं. इसे ट्रांजिशन टीम भी कहा जा रहा है.

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