कोरोना महामारी, खस्ता अर्थव्यवस्था और खराब कूटनीतिक फैसलों के चलते उत्तर कोरिया (North Korea) के लोग भुखमरी से हताश और निराश हो चुके हैं. इस देश में पिछले कुछ हफ्तों में बच्चों के अपहरण की वारदातों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है. भूख से जूझ रहे उत्तर कोरिया के हाशिये पर पड़े लोग इस देश के अमीर परिवारों के बच्चों का अपहरण कर रहे हैं. (फोटो क्रेडिट: रॉयटर्स)
इन अपहरण का मकसद मोटी फिरौती डिमांड करना नहीं है बल्कि इन किडनैप के जरिए अपहरणकर्ता अपने कुछ दिनों का खाने का खर्च जुटाने की जुगत में हैं. पिछले कुछ हफ्तों में उत्तर कोरिया जैसे सीक्रेटिव देश में कम से कम चार ऐसी अपहरण की वारदातें सामने आई हैं जिनसे इस देश के बुरे हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)
रेडियो फ्री एशिया की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले महीने प्योंगयांग के उत्तर में सोंगचोन काउंटी में अपने घर के बाहर खेल रही छह साल की एक बच्ची गायब हो गई थी. वॉशिंगटन स्थित रेडियो फ्री एशिया आउटलेट से उत्तर कोरिया के एक सोर्स ने बताया कि इस बच्ची का अपहरण जिस व्यक्ति ने किया, वो किसी दूरदराज गांव से आया था. उसने इस लड़की को बंधक बनाकर रखा था.(प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)
इस अपहरणकर्ता को पता था कि इस बच्ची का परिवार अमीर है. फिरौती की रकम से पहले उसने इस बच्ची के मां-बाप का नंबर भी हासिल कर लिया था. हालांकि पुलिस ने इस व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे फोन से उसका पता लगा लिया और उसे अरेस्ट कर लिया. ये बच्ची सुरक्षित अपने घर पहुंच चुकी है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)
पुलिस को इस शख्स से बातचीत के बाद एहसास हुआ था कि इस अपहरणकर्ता को दौलत की परवाह नहीं थी क्योंकि कुछ दिनों का गुजारा चलाने के लिए उसने इस बच्ची के परिवार से पैसों की डिमांड की थी. इस शख्स ने महज 55 पाउंड्स यानि साढ़े पांच हजार की डिमांड की थी. (प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)
इसके अलावा रेडियो फ्री एशिया के एक सूत्र ने भी एक ऐसी घटना के बारे में जानकारी दी थी. इस सोर्स के मुताबिक, यंगडोक काउंटी में 10 साल के एक बच्चे को मोटरसाइकिल पर लिफ्ट देने की बात कहकर 40 साल का एक शख्स ले गया था. हालांकि इस बच्चे को बाइक पर बैठने के साथ ही एहसास हो गया था कि उसे किडनैप किया जा रहा है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)
इसके बाद इस लड़के ने बाइक से कूदकर अपहरणकर्ता से बचने में कामयाबी पाई थी और पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने इस शख्स को अरेस्ट करने के बाद बताया कि उसने किसी फिल्म में मोटरसाइकिल से जुड़ी इस घटना को देखा था जिसके बाद उसने ये कॉपी करने का प्लान किया. इस व्यक्ति का भी कहना था कि वो भूख से जूझ रहा था, इसलिए उसने अपहरण किया. (फोटो क्रेडिट: रॉयटर्स)
कुछ समय पहले उत्तर कोरिया के दूरदराज के हिस्सों में भी भुखमरी की खबरें आई थीं क्योंकि यहां उद्योग और कृषि बड़े पैमाने पर ईंधन और स्पेयर पार्ट्स की कमी से ठप हो गए हैं. गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में किम जोंग उन भी आर्थिक संघर्ष और भोजन की कमी की चेतावनियां जारी कर चुके हैं. इसके अलावा वे कुछ वॉलंटियर्स से भी मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाते हुए दिखे थे. (प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)
कोरोना महामारी से बचने के लिए उत्तर कोरिया प्रशासन ने जनवरी 2020 में अपनी सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया था. इसके बाद से ही इस देश में भोजन, ईंधन और रोजमर्रा की अन्य जरूरतों की कमी हो चुकी है. किम जोंग उन इसके अलावा, अपने रवैये के चलते अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध भी झेल रहे हैं और पिछले एक दशक में उत्तर कोरिया के हालात कभी इतने खराब नहीं हुए थे.(प्रतीकात्मक तस्वीर/getty images)