पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बुधवार को जानकारी दी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जल्द ही उनके देश का दौरा कर सकते हैं. महमूद कुरैशी ने बताया कि दावोस में प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने पाकिस्तान आने का आश्वासन दिया है.
इमरान खान स्विटजरलैंड के दावोस में चल रही वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक
में हिस्सा लेने पहुंचे हैं. कुरैशी ने बताया कि दावोस में ट्रंप और इमरान
खान की घंटे भर चली मुलाकात के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. इस बैठक
में कुरैशी व ट्रंप की पूरी टीम भी शामिल हुई.
बतौर कुरैशी, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने मुलाकात में कश्मीर का मुद्दा उठाया और ट्रंप ने भी इस बात को लेकर सहमति जताई कि कश्मीर विवाद का समाधान निकाला जाना चाहिए. हालांकि, अमेरिका की तरफ से ऐसा कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
कुरैशी ने कहा कि ट्रंप-इमरान की मुलाकात में व्यापार को लेकर भी चर्चा हुई और अमेरिका का एक कारोबारी प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान के दौरे पर भी आएगा.
इमरान
खान ने ट्रंप के सामने अमेरिका-ईरान के बढ़ते टकराव और पाकिस्तान पर इसके असर को लेकर भी चिंता जाहिर की. इमरान ने इस मुलाकात के बाद दिए एक इंटरव्यू में बताया
कि ट्रंप ने इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.
इमरान खान से मुलाकात से पहले ट्रंप ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में कश्मीर मुद्दे पर भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया था. ट्रंप ने कहा था कि वर्तमान में अमेरिका पाकिस्तान के जितने करीब आया है, पहले कभी नहीं आया.
ट्रंप ने कहा था कि हम कश्मीर पर बात करने के लिए तैयार हैं, अगर हम मदद कर सकते हैं तो निश्चित तौर पर करेंगे. हालांकि, भारत ने कुछ घंटे बाद ही उनके प्रस्ताव को खारिज कर दिया था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फरवरी महीने में भारत के दौरे पर आने वाले हैं. इस दौरान, अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में आयोजित किए गए 'हाउडी मोदी' की तर्ज पर 'हाउडी ट्रंप' जैसा कोई कार्यक्रम भी हो सकता है.
अमेरिका में इसी साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप भारतीय मूल के अमेरिकी वोटर्स को अपने पक्ष में करने की भी कोशिश करेंगे.