तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकियों ने पाकिस्तना के खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू कंटोनमेंट सेंटर पर बीते रविवार को हमला कर दिया था. इस दौरान टीटीपी ने कई लोगों को बंधक भी बना लिया था. पाकिस्तानी सेना ने लगभग 50 घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद सीटीडी सेंटर को दोबारा अपने नियंत्रण ले लिया. इस ऑपरेशन में 33 आतंकी ढेर हो गए थे और 2 जवानों की मौत हो गई.
पाकिस्तानी सेना ने इस ऑपरेशन के तहत CTD में बंधक बनाए गए सभी अफसरों को रिहा करवा लिया है. दरअसल आतंकियों ने सीटीडी पर पूरी तरह से कब्जा जमा लिया था और वहां के कुछ सुरक्षाकर्मियों को बंधक बना लिया था. तालिबानी आतंकियों ने कुछ वांटेंड आतंकियों को भी छुड़ा लिया था.
टीपीपी के खिलाफ पाक सेना की इस कार्रवाई के बाद यहां से धुएं का गुबार उड़ते देखा गया. पाकिस्तान की सेना ने टीटीपी (तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान) के कब्जे से अपने अफसरों को छुड़ाने के लिए 2 दिनों तक वार्ता की थी, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला.
पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई में TTP के सभी आतंकी मारे गए हैं, जबकि पाक सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप के 2 कमांडो की भी मौत हो गई. पाकिस्तान इस मामले को सुलझाने के लिए कुछ मौलवियों की एक टीम अफगानिस्तान बातचीत के लिए भेज रहा है.
खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू सेंटर पर यह हमला उस समय हुआ, जब बीते रविवार को पाकिस्तान के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट के अधिकारी टीटीपी के कुछ आतंकियों से पूछताछ कर रहे थे. ये पूछताछ बन्नू कैंटोनमेंट में हो रही थी. तभी टीटीपी के इन मेंबर्स ने अपने पूछताछ करने वालों पर हमला कर दिया और एक AK-47 छीन ली और फायरिंग करने लगा.
पाकिस्तानी सेना के इस ऑपरेशन के तहत मंगलवार को बन्नू में स्थिति तनावपूर्ण हो गई थी. पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने सीटीडी परिसर को चारों ओर से घेर लिया था और स्थानीय लोगों को घर के अंदर रहने की हिदायत दी थी. बन्नू में चंद टीटीपी आतंकियों के सामने पाकिस्तान इस कदर बेअसर रहा कि ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए बन्नू जिले के सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहे.
खैबर पख्तूनख्वा के बन्नू से कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, जिनमें टीटीपी की कैद में लिए गए लोग बन्नू के उलेमाओं से दखल देने और बंधक संकट का हल करने की मांग कर रहे थे.
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक बंदी ने खुद को 'निर्दोष' घोषित किया और कहा कि TTP द्वारा बंधक बनाए गए अधिकारियों के साथ-साथ कई निर्दोष लोग भी परिसर के अंदर मौजूद हैं.
टीपीपी का गठन 2007 में कई आतंकवादी संगठनों के मिलने से हुआ. पाकिस्तान में भयानक हमले करने के लिए कुख्यात इस संगठन ने पिछले महीने पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्ष विराम को वापस ले लिया और अपने सदस्यों को देश भर में आतंकवादी हमले करने का आदेश दिया था.