कुरैशी ने लिखा, "दुनिया कोरोना वायरस की महामारी से लड़ रही है और इस वक्त हमें साझा कोशिशों की जरूरत है. दुर्भाग्य से, हम देख रहे हैं कि वायरस के लिए कोई सीमा नहीं है, ये किसी धर्म या नस्ल में भेदभाव नहीं कर रहा है, लेकिन भारत... वे इस्लामोफोबिया की जकड़ में हैं. वहां हेट स्पीच दी जा रही हैं. मुस्लिमों के खिलाफ भेदभाव किया जा रहा है. अस्पतालों में उनके साथ अच्छा सलूक नहीं हो रहा है. यहां तक कि मुस्लिमों की दुकानों से सामान ना खरीदने का भी कैंपेन चलाया जा रहा है.