इस साल 7 अप्रैल को पाकिस्तान के मुरीद में स्थित एयरफोर्स बेस पर एक हमलावर ड्रोन दिखाई दिया. सैटेलाइट ने इन तस्वीरों को कैप्चर किया. लेकिन सैटेलाइट तस्वीरों को पढ़ने वाले रक्षा विशेषज्ञों ने बताया कि ये तुर्की में बना बेरक्तार टीबी 2 (Bayraktar TB2) ड्रोन है. जो निगरानी करने के साथ-साथ हमला करने में सक्षम है. यानी बम और मिसाइल गिरा सकता है. (फोटोः गूगल अर्थ)
सैटेलाइट तस्वीरों में स्पष्ट तौर पर दो ग्राउंट कंट्रोल स्टेशन दिख रहे हैं. हालांकि, तीन बेरक्तार टीबी2 ड्रोन को कंट्रोल करने के लिए एक ही स्टेशन काफी है. लेकिन यहां पर दो दिख रहे हैं. यानी पाकिस्तान के पास ऐसे ड्रोन्स की संख्या ज्यादा हो सकती है. यानी पाकिस्तान के पास 2 से 6 ड्रोन्स हो सकते हैं. हाल ही में उनकी उड़ान भी हुई है, जिसे 'रेडर' नाम दिया गया है. (फोटोः गेटी)
Pakistan is confirmed as a TB2 user https://t.co/LtAox6jeuR #TB2 #PAF #Bayraktar pic.twitter.com/4Pb1GvKNN0
— Shephard News (@ShephardNews) June 2, 2022
मुरीद में स्थित पाकिस्तान एयर बेस में कई और ड्रोन्स मौजूद हैं. जैसे- शाहपार, फाल्को और बुर्राक. हाल ही में शाहपार-2 को भी ले जाते हुए देखा गया था. इस बेस पर पाकिस्तान के छोटे ड्रोन्स का स्टेशन है. लेकिन बेरक्तार टीबी 2 (Bayraktar TB2) छोटा नहीं बल्कि मीडियम-एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्यूरेंस (MALE) अनमैन्ड कॉम्बैट एरियल व्हीकल (UCAV) है. यानी यह युद्ध लड़ने में सक्षम है. आइए जानते हैं अब इस ड्रोन की ताकत. (फोटोः गेटी)
बेरक्तार टीबी 2 (Bayraktar TB2) को तुर्की (Turkey) की बेकार (Baykar) कंपनी ने बनाया है. इसकी पहली उड़ान साल 2014 में हुई थी. तब से तुर्की समेत कई देश इसका उपयोग कर रे हैं. पूरी दुनिया में ऐसे 300 ड्रोन्स हैं. इसे मैसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूड ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के ग्रैजुएट स्टूडेंट सेलक बेरक्तार ने डिजाइन किया था. (फोटोः गेटी)
तीन बेरक्तार टीबी 2 (Bayraktar TB2) ड्रोन्स को संभालने के लिए एक ही ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन की जरूरत होती है. इसका विंगस्पैन 39.4 फीट है. इसका वजन 700 किलोग्राम है. इसमें 150 किलोग्राम का पेलोड लगाया जा सकता है. (फोटोः गेटी)
🔵🇹🇷Bayraktar TB2 SİHA 🇵🇰Pakistan'da görüntülendi
— DEFENCE TURK (@Defence_Turk) June 1, 2022
🔸Yayınlanan uydu görüntülerinde Bayraktar TB2 SİHA, Pakistan Hava Kuvvetleri'ne ait Murid üssünde görüntülendihttps://t.co/Clh9fOpVqy
यह अधिकतम 220 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ सकता है. हालांकि सामान्य तौर पर निगरानी के दौरान इसकी गति 130 किलोमीटर प्रतिघंटा रहती है. इसकी रेंज 4 हजार किलोमीटर है. यानी इतनी दूरी तक हमला या जासूसी करने जा सकता है. (फोटोः गेटी)
बेरक्तार टीबी 2 (Bayraktar TB2) ड्रोन अधिकतम 25 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है. लेकिन आमतौर पर ऑपरेशन 18 हजार किलोमीटर तक ही जाता है. लगातार 27 घंटे की उड़ान भर सकता है. इसमें कई तरह के बम और मिसाइल सिस्टम लगाए जा सकते हैं. (फोटोः गेटी)
इसमें MAM गाइडेड बम लगाए जा सकते हैं. लॉन्ग रेंज एंटी टैंक मिसाइल और 70 मिमी का Roketsan Cirit रॉकेट लगाए जा सकते हैं. इसके अलावा बोजोक लेजर गाइडेड रॉकेट्स या 81 मिमी के टोगन मोर्टार्स भी तैनात किए जा सकते हैं. इसके अलावा 70 मिमी के लेजर गाइडेड रॉकेट्स यानी एडवांस्ड प्रेसिशन किल वेपन सिस्टम लगाने की योजना है. (फोटोः गेटी)
Satellite Image from Air Force Base Murid, #Pakistan shows a Turkish UAV Bayraktar TB2. (pic 1)
— Resonant News🌍 (@Resonant_News) June 1, 2022
In March 2022, Pakistan airforce in a promotional video had revealed that it had acquired TB2 & Akinci drones from Turkey.
6 days ago it was spotted in Pak’s sky as RAIDER01.(Pic 2) pic.twitter.com/5794bWCudU
बेरक्तार टीबी 2 (Bayraktar TB2) ड्रोन में इंटरचेंडेबेल EO/IR/LD इमेजिंग और टारगेटिंग सेंसर सिस्टम लगे हैं. इसके अलावा मल्टी-मोड AESA रडार लगे हैं. जैसे- Aselsan, WESCAM और GARMIN. फिलहाल इस ड्रोन का उपयोग 11 देश कर रहे हैं. जिसमें तुर्की, पाकिस्तान और यूक्रेन (Ukraine) भी शामिल हैं. (फोटोः गेटी)