पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में चुनावी अभियान के दौरान प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के मंत्री पर हमला हो गया. लोगों ने मंत्री पर अंडे और पत्थरों की बौछार कर दी. यही नहीं जब मंत्री चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे तो एक शख्स ने उनपर जूता फेंक दिया.
दरअसल, पाकिस्तान पीओके में चुनाव (POK Election) कराने जा रहा है. इसी चुनाव के चलते सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता और कश्मीर मामलों के मंत्री अली अमीन गंडापुर (Ali Amin Gandapur) यहां चुनाव प्रचार करने आए थे, तभी कुछ लोगों ने इनके काफिले पर हमला कर दिया. इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है.
जियो न्यूज के मुताबिक, यह घटना उस समय हुई जब मंत्री गंडापुर, संचार और डाक सेवा मंत्री मुराद सईद और पीटीआई के अन्य नेताओं के साथ POK में आगामी चुनावों के सिलसिले में एक जनसभा के लिए जा रहे थे.
Video of cowardly attack by PMLN on @MuradSaeedPTI and PTI workers. This attack was instructed by Raja Farooq Haider who can now see defeat in Kashmir after big PTI Jalsas there. pic.twitter.com/QyYFTO5Tpx
— PTI (@PTIofficial) July 15, 2021
जैसे ही उनका काफिला झेलम घाटी में एक जगह से गुजर रहा था, तो गुस्साए कुछ लोगों ने उनपर पथराव कर दिया. लोगों ने काफिले पर अंडे भी फेंके और श्रीनगर हाईवे को जाम कर दिया. इस बीच मंत्री के गार्डों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की. वायरल वीडियो में कुछ लोग गोली चलाते दिख रहे हैं.
इस घटना को लेकर पीटीआई ने ट्विटर पर पीएमएल-एन (PML-N) नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया. पीटीआई ने लिखा, "राजा फारूक हैदर की हार के डर से, मुराद सईद के काफिले पर हमले के इस वीडियो से स्पष्ट है कि PML-N ने अपनी जमीन खो दी है." हालांकि, पीएमएल-एन नेतृत्व ने आरोपों से इनकार किया है.
एक और घटनाक्रम में मंत्री अली अमीन गंडापुर जब एक चुनावी रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी उनपर जूता फेंका गया. मंत्री के पास खड़े एक शख्स ने उनपर जूता फेंककर मारा. पीटीआई कार्यकर्ताओं ने संघीय मंत्री पर जूता फेंकने वाले हमलावर को फौरन पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया.
अली अमीन गंडापुर ने पुलिस से जूता फेंकने वाले को रिहा करने का अनुरोध किया. उनका कहना था कि किसी ने उस शख्स को ऐसा करने के लिए पैसे दिए थे.
आपको बता दें कि POK में विधानसभा के लिए 25 जुलाई को चुनाव होने हैं और सभी मुख्यधारा के राजनीतिक दल यहां चुनाव प्रचार कर रहे हैं. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में किसी नेता पर जूते या स्याही से हमला किया गया है. इससे पहले इस साल मार्च में पीएमएल-एन के अहसान इकबाल पर नेशनल असेंबली के बाहर जूता फेंका गया था.