पाकिस्तान के पेशावर में आतंकियों ने जिस तरह बर्बरता का खूनी खेल खेला,
उससे शायद ही कोई इंसान गमगीन न हुआ हो. ये तस्वीरें बयां कर रही हैं कि
आतंकियों ने किस तरह फूल जैसे कोमल बच्चों को लहूलुहान करके उन्हें मौत की
आगोश में सुला दिया...
तालिबानी आतंकियों ने बेरहमी की सारी हदें पार करते हुए इंसानियत का कलेजा छलनी कर दिया. कई मां-बाप के पास रोने-बिलखने के अलावा अब कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है.
जो बच्चे स्कूल से घर लौटकर हर दिन की तरह धमाचौकड़ी मचा रहे होते, वे बच्चे आतंकियों का शिकार होकर अस्पताल में अपना इलाज करवाने को मजबूर हैं.
बच्चों की जान की हिफाजत के लिए अपनी जान की बाजी लगाने वाला एक जवान.
जिस बच्ची को एक खरोंच तक लग जाने पर उसके माता-पिता दुखी हो जाया करते थे, उसे आतंकियों ने इस तरह लहूलुहान कर दिया कि उसकी जान ही आफत में पड़ गई.
आतंकियों ने इस जैसे सैंकड़ों मासूमों को मौत की नींद सुला दी.
आतंकी मार-काट मचाते वक्त भले ही मजहब का झंडा उठाने का दम भरते हों, पर हकीकत यह है कि इंसानियत के दुश्मनों का कोई मजहब नहीं होता.
अपने बच्चे की खोज-खबर लेने के लिए अस्पताल की ओर दौड़ते-भागते परिजन.
पास के आर्मी स्कूल पर आतंकी हमले की खबर पाकर कई लोगों ने अपने बच्चों को दूसरे स्कूलों से सुरक्षित निकाल लिया.
आतंकी हमले के बाद जिंदगी और मौत के बीच झूलता नौजवान.
इन आंखों से हमेशा अपने बच्चों को खोने का गम आंसू बनकर निकलता रहेगा.