11 सितंबर के हमले (अक्सर जिन्हें सितम्बर 11 या 9/11 कहा जाता है) 11 सितम्बर 2001 को संयुक्त राज्य अमेरिका पर अल-क़ायदा द्वारा समन्वित आत्मघाती हमलों की श्रृंखला थी. उस दिन सबेरे, 19 अल कायदा आतंकवादियों ने चार वाणिज्यिक यात्री जेट एअरलाइनर्स का अपहरण कर लिया.
अपहरणकर्ताओं ने जानबूझकर उनमें से दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स के साथ टकरा दिया, जिससे विमानों पर सवार सभी लोग तथा भवनों के अंदर काम करने वाले अन्य अनेक लोग भी मारे गए. दोनों भवन दो घंटे के अंदर ढह गए,पास की इमारतें नष्ट हो गईं और अन्य क्षतिग्रस्त हुईं. अपहरणकर्ताओं ने तीसरे विमान को बस वाशिंगटन डी.सी. के बाहर, आर्लिंगटन, वर्जीनिया में पेंटागन में टकरा दिया.
इन हमलों में लगभग 3,000 शिकार तथा 19 अपहरणकर्ता मारे गए. न्यूयॉर्क राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जून, 2009 तक अग्निशामकों एवं पुलिस कर्मियों सहित, 836 आपातसेवक मारे जा चुके हैं. वर्ल्ड ट्रेड सेन्टर पर हुए हमले में मारे गए 2,752 पीड़ितों में से न्यूयॉर्क शहर तथा पोर्ट अथॉरिटी के 343 अग्निशामक और 60 पुलिस अधिकारी थे. पेंटागन पर हुए हमले में 184 लोग मारे गए थे. हताहतों में 70 देशों के नागरिकों सहित नागरिकों की भारी संख्या थी.
अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले की दसवीं बरसी पर एक ओर राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शपथ ली है कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में नहीं डगमगाएगा.
वहीं दूसरी ओर पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने कहा है कि अमेरिकी ‘9-11 और उस वक्त बहादुरी से काम लेकर देश की रक्षा करने वालों को कभी नहीं भूलेंगे.’
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए भयावह हमले की दसवीं बरसी पर पूरे देश में उस घटना में जान गंवाने वालों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं.
न्यूयॉर्क और वाशिंगटन में पुलिस की उपस्थिति बहुत ज्यादा बढ़ गयी है और ओबामा ने ‘उच्च स्तरीय सतर्कता’ के आदेश दिए हैं.
दसवीं बरसी पर आतंकवादी हमले की आशंका के कारण सुरक्षा के कड़े से कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं.
पेनसिल्वेनिया के शांक्सविले में पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश, बिल क्लिंटन और वर्तमान उपराष्ट्रपति जो बाइडेन ने कल ‘यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 93’ पर सवार उन बहादुर यात्रियों की याद में एक स्मारक का उद्घाटन किया.
जिन्होंने देश को बचाने की खातिर अपनी जान गंवायी थी. इस अवसर पर हादसे के शिकार लोगों के परिजन भी मौजूद थे.
बुश ने विमान में सवार 40 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को बहादुरी पुरस्कार से नवाजा क्योंकि उन्होंने विमान अपहर्ताओं पर काबू पाकर एक और बड़े हादसे को होने से टाल दिया था.
बुश ने कहा कि विमान के यात्री और चालक दल के सदस्यों ने ही आतंकवाद के खिलाफ पहली लड़ाई शुरू की.
आतंकवाद के खिलाफ युद्ध शुरू करने वाले पूर्व राष्ट्रपति बुश ने कहा कि मगर 10 साल बाद भी हादसे के शिकार हुए लोगों के परिजन उस टीस को महसूस करते हैं.
बुश ने कहा, ‘‘उस सुबह की यादें और दर्द अब भी ताजा हैं. अमेरिका आपके इस दुख में आपके साथ है.
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों और सैन्य बलों ने उन तीन व्यक्तियों की गहन तलाश शुरू कर दी है जिन पर 11 सितंबर के हमले की दसवीं बरसी पर अमेरिका में आतंकवादी हमले की साजिश रचने का आरोप है.
जबकि विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने आगाह किया कि ओसामा बिन लादेन के खात्मे के बावजूद न्यूयार्क से लेकर मुंबई तक शहरों पर अब भी खतरा मंडरा रहा है.
मीडिया की खबरों में कहा गया है कि यह ‘विशिष्ट और भरोसेमंद’ सूचना मिलने के बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया.
तीनों व्यक्ति न्यूयार्क और वाशिंगटन जैसे शहरों में विस्फोटक से लदे वाहन से पुलों या सुरंगों में आतंकवादी हमला करेंगे.
इस सूचना के बाद प्रशासन ने देश में खतरे का स्तर बढ़ा दिया है.
अमेरिकी एजेंसियों को जो बात सबसे ज्यादा परेशान कर रही है कि वह यह सुराग है कि अलकायदा की इस संभावित साजिश में जो तीन लोग संलिप्त हैं उनमें से कम से कम दो अमेरिकी नागरिक हो सकते हैं.
हफ्ते के मध्य में पाकिस्तान के अशांत उत्तरपश्चिम के एक सीआईए मुखबिर से अमेरिकी एजेंसियों को यह खबर मिली कि अलकायदा ने हमले के लिए एक नया दल भेजा है.
यह दल अलकायदा के नए मिस्री मुखिया ऐमन अल-जवाहिरी ने रवाना किया है.
अल-जवाहिरी 9.11 की दसवीं बरसी पर ओसामा बिन लादेन की हत्या के बदले के तौर पर अमेरिकी सरजमीं पर एक जोरदार हमला कराना चाहता है.
एनबीसी की खबर में कहा गया है कि अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों को पश्चिम एशियाई नैन नक्श वाले उन तीन व्यक्तियों से सतर्क रहने को कहा गया है जो संभवत: वैन का इस्तेमाल कर सकते हैं.
कई शीर्ष सरकारी अधिकारियों और सांसदों को दी गई गोपनीय खुफिया सूचना में कहा गया है कि विश्वसनीय सू़त्र से मिली, आतंकवादी हमले संबंधी सूचना की अब तक पुष्टि नहीं की जा सकी है.
हालांकि पूर्व में ऐसी सूचना अहम साबित हुई है.
सीनेटर जोसेफ लाइबरमेन ने सीएनएन को बताया ‘‘सूचना देने वाला पहले भी विश्वसनीय सूत्र रहा है.
लेकिन यह उन लोगों में नहीं है जिन लोगों का हवाला दिया जा रहा है.
सूचना अपने आप में पर्याप्त है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए.’’
लाइबरमेन ने कहा कि लोगों को घबराना नहीं चाहिए लेकिन सतर्क रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि कभी कभी स्रोत का खुलासा करने से सूत्र के लिए परेशानी उत्पन्न हो जाती है.
लेकिन इस मामले में, मुझे लगता है कि गोपनीयता महत्वपूर्ण है.’
पॉलिटिको की खबर में कहा गया है ‘‘एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि सूत्र ने संकेत दिया है कि अलकायदा का नया मुखिया अयमन अल जवाहिरी साजिश रचने में लिप्त है.
लेकिन अधिकारी ने यह भी कहा कि खुफिया समुदाय में कई लोग सूचना के विभिन्न पहलुओं को लेकर सवाल उठा रहे हैं.
विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि विशिष्ट और विश्वसनीय सूचना मिली है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.
उन्होंने कहा ‘‘हम इसे गंभीरता से ले रहे हैं, जैसा कि हम हमेशा करते हैं. ओसामा बिन लादेन के मुख्यालय में छापे से तथा सबूतों से हमें पता चला है कि अलकायदा न्यूयार्क और वाशिंगटन में हमले की साजिश रच रहा है.
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जे कार्नी ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सुरक्षा टीम को हर तरह की ऐहतियात बरतने और सूचना के मद्देनजर पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.
उप राष्ट्रपति जोए बाइडेन ने सीबीएस न्यूज से कहा ‘यह असली खतरा है.’ उन्होंने बताया कि मंगलवार को राष्ट्रपति ने सुरक्षा टीम की अगुवाई में एक बैठक कर स्थिति की समीक्षा की.