फिलिस्तीन और इजरायल में जारी संघर्ष की वजह से मध्य-पूर्व में पहले से ही तनाव बरकरार है. अब लेबनान के विदेश मंत्री के एक बयान को लेकर एक नई कलह पैदा हो गई है. लेबनान के विदेश मंत्री की अपमानजनक टिप्पणी से नाराज सऊदी अरब, कुवैत और बहरीन ने लेबनान के राजदूतों को तलब किया है. लेबनान के कार्यवाहक विदेश मंत्री चारबेल वेहबे ने सऊदी अरब, कुवैत और बहरीन पर अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि इन देशों की मदद से ही सीरिया और इराक में आतंकी संगठन ISIS खड़ा हुआ. विवाद के बाद दबाव इतना बढ़ा कि लेबनान के विदेश मंत्री को इस्तीफा देना पड़ गया.
सऊदी के विदेश मंत्रालय ने बताया कि चारबेल वेहबे की टिप्पणी का आधिकारिक रूप से विरोध करते हुए लेबनान के राजदूत को नोटिस भेजा गया है. जारी बयान में सऊदी अरब ने कहा कि लेबनान के विदेश मंत्री का ये बयान बुनियादी राजनयिक मानदंडों का उल्लंघन है. इससे दोनों देशों के ऐतिहासिक रिश्तों पर असर पड़ेगा. इसी तरह बहरीन और कुवैत ने भी लेबनान के राजदूतों को तलब कर अपना विरोध दर्ज कराया है.
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अरब न्यूज के मुताबिक, बहरीन ने लेबनान के विदेश मंत्री के बयान की कड़ी निंदा की है. बहरीन ने कहा कि विदेश मंत्री का बयान लेबनानी लोगों और खाड़ी देशों के साथ ऐतिहासिक संबंधों के अनुकूल नहीं है. कुवैत ने भी इसी भाषा में लेबनान के विदेश मंत्री के बयान की आलोचना की है.
इस बीच, लेबनान के राष्ट्रपति मिशेल आउन ने विदेश मंत्री वेहबे के बयान से दूरी बना ली है. उन्होंने मंगलवार को कहा कि लेबनान खाड़ी देशों खासकर सऊदी अरब के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने का इच्छुक रहा है. राष्ट्रपति कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, "राष्ट्रपति का मानना है कि विदेश मंत्री की टिप्पणी उनकी व्यक्तिगत राय है. विदेश मंत्री की टिप्पणी किसी भी तरह से लेबनान और राष्ट्रपति जनरल मिशेल आउन का प्रतिनिधित्व नहीं करती है. राष्ट्रपति राष्ट्रपति मिशेल आउन सामान्य रूप से मित्र देशों और खासकर सऊदी अरब के खिलाफ किसी अपराध को खारिज करने के इच्छुक नहीं हैं."
क्या है मामला
लेबनान के विदेश मंत्री वेहबे सोमवार रात टेलीविजन चैनल अल-हुर्रा के एक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस कार्यक्रम में सऊदी अरब के एक गेस्ट भी हिस्सा ले रहे थे. कार्यक्रम में चर्चा के दौरान सऊदी के गेस्ट ने ईरान समर्थित लेबनानी सशस्त्र गुट हिज़्बुल्लाह को राजनीतिक सुरक्षा मुहैया कराने को लेकर लेबनान के राष्ट्रपति की आलोचना कर दी. इससे नाराज लेबनान के विदेश मंत्री वेहबे ने आतंकी संगठन ISIS को खड़ा करने का आरोप खाड़ी के देशों पर मढ़ दिया. टेलीविजन कार्यक्रम में तकरार इतनी बढ़ गई कि उन्होंने सऊदी अरब के गेस्ट को 'खानाबदोश' बोल दिया. इस तकरार के बाद लेबनान के विदेश मंत्री कार्यक्रम को छोड़कर स्टूडियो से बाहर चले गए.
हिज़्बुल्लाह को राजनीतिक सुरक्षा देने संबंधी सऊदी के गेस्ट की टिप्पणी पर वेहबे ने कहा, "मैं यह नहीं मानूंगा. मैं लेबनान में हूं और एक बेडौइन (खानाबदोश) मेरा अपमान कर रहा है.” वेहबे ने घूमंतू अरब कबाइलियों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अपमानजनक शब्द 'बेडौइन' का इस्तेमाल करते हुए यह बात कही. लेबनान के मंत्री ने जिस कबीले का जिक्र किया वे ऐतिहासिक रूप से अरब प्रायद्वीप और मध्य पूर्व के अन्य हिस्सों में बसे हुए हैं.
लेबनान के विदेश मंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि प्रेम, दोस्ती, भाईचारों को प्राथमिकता देने वाले देशों ने 2014 में सीरिया और ईराक के नीनवे, अनबर और पलमायरा के मैदानी इलाकों में इस्लामिक स्टेट को खड़ा किया. इस्लामिक स्टेट ने इन इलाकों पर कब्जा कर लिया है.
इस्लामिक स्टेट को खड़ा करने के आरोप पर जब लेबनान के विदेश मंत्री से इसके लिए जिम्मेदार देशों का नाम पूछा गया था उन्होंने किसी का नाम लेने से इनकार कर दिया गया. खाड़ी देशों का संदर्भ देते हुए उनसे देशों का नाम पूछा गया था. यह पूछे जाने पर कि क्या खाड़ी देशों ने ISIS को फंडिंग की है, वेहबे ने जवाब दिया और बोले, "तब उन्हें किसने फंड किया, क्या फंडिंग करने वाला मैं था? भाईचारे और दोस्ती का दावा करने वाले देश ही इनकी फंडिंग कर रहे हैं"
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विदेश मंत्री की टिप्पणी पर लेबनान और सऊदी अरब में सोशल मीडिया पर हंगामा मचा हुआ है. लेबनान के प्रधानमंत्री साद हरीरी ने तीखी आलोचना की है. उन्होंने विदेश मंत्री की गैर जरूरी टिप्पणी के चलते अरब देशों के साथ लेबनान के रिश्ते तनावपूर्ण होने की चेतावनी दी है.