बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान ने कहा है कि वह येल जैसे संस्थान में पढ़ने की ख्वाहिश रखते थे और चाहते हैं कि एक दिन उनके बच्चे प्रतिष्ठित अमेरिकी विश्वविद्यालय में अध्ययन के लिये आयें.
गौरतलब है कि शाहरुख खान को इस अमेरिकी यात्रा में एक बार फिर न्यूयॉक में जांच-पड़ताल के नाम पर काफी देर तक रोककर रखा गया.
शाहरुख ने 1000 से अधिक छात्रों संकाय के सदस्यों और भारतीय समुदाय के सदस्यों की उपस्थिति में 30 मिनट का वयाख्यान दिया. उससे पहले उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं हमेशा येल जैसे संस्थान में पढ़ना चाहता था. यह ऐसा महान अवसर है कि मैं चाहता कि मेरे माता पिता यह देखने को जिंदा होते कि मुझे चुब फेलोशिप मिली है.’
उन्होंने कहा कि भारत में अवधारणा है कि उनकी तरह रचनात्मक क्षेत्र में काम करने वाले समाज को कुछ खास नहीं दे सकते. मैं भी मीडिया गॉसिप का हिस्सा हूं जिसे में नहीं समझ पाता.'
उन्होंने कहा, ‘अगर आप किसी चीज को पसंद करते हैं तो उसे करें क्योंकि आप नहीं जान पायेंगे कि कब फिर आपको वह करने का अवसर मिले जिससे वाकई आप प्यार करते हैं.’
शाहरुख ने कहा कि वह येल और दुनियाभर के छात्रों से कहना चाहेंगे कि वे जो महसूस करते हैं उसके लिये अथक प्रयास करें. इससे वे खुश रहेंगे.
उन्होंने कहा, ‘मैं अभी भी नहीं जानता कि मैंने ऐसा क्या किया कि मैं इस लायक माना गया हूं.’
फेलोशिप मिलने को ‘विनम्र’ कर देने वाला अनुभव बताते हुए शाहरुख ने कहा कि वह इसे पाकर ‘स्तब्ध’ हैं.
46 वर्षीय शाहरुख ने उम्मीद जतायी कि एक दिन उनके बच्चे येल में पढ़ने आयेंगे.
इस मौके शाहरुख खान ने अपना डांस टैलेंट भी दिखाया और वहां मौजूद लोगों का दिल जीत लिया.
शाहरुख येल द्वारा नवाजे गये सर्वोच्च सम्मान चुब फेलो की हैसियत से कनेक्टीकट स्थित आईवी लीग संस्थान पहुंचे. इससे पहले कई राष्ट्रपति और नोबेल पुरस्कार विजेता इस सम्मान को पा चुके हैं.