पाकिस्तान के पेशावर में एक आर्मी स्कूल में मंगलवार दोपहर आतंकी हमला हुआ. छह आतंकी सिक्योरिटी फोर्स की वर्दी में स्कूल में घुसे और गोलीबारी शुरू कर दी. स्कूल के अंदर 1500 बच्चे मौजूद थे. इस हमले में 100 से ज्यादा बच्चों की मौत हो गई हैं.
आतंकियों ने स्कूल में घुसने से पहले करीब 11 बजे बाहर खड़ी गाड़ियों को अपना निशाना बनाया, जबकि फायरिंग और धमाकों के कारण स्कूल की इमारत को भी भारी नुकसान हुआ है.
आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए इसे उत्तरी वजीरिस्तान में आर्मी ऑपरेशन जर्ब-ए-अज्ब और ऑपरेशन खैबर-1 का बदला बताया.
यह आर्मी स्कूल पेशावर के बिहारी कॉलोनी के निकट वारसाक रोड पर स्थित है. टीटीपी के प्रवक्ता के कहा कि आतंकियों को स्कूल के बड़े बच्चों को मारने का हुक्म दिया गया है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने घटना की कड़ी निंदा की है. वह मंगलवार दोपहर पेशावर रवाना हो गए. घटना के मद्देनजर सरकार ने खैबर प्रांत में तीन दिन का शोक घोषित कर दिया है.
खैबर पख्तुनख्वा में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की सरकार
है. इमरान खान ने सीएम परवेज खट्टक से फोन पर बात की और घटनास्थल पर जाने
को कहा. हमले में घायल लोगों को लेडी रीडिंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
जबकि स्थानीय 6 अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई.
शुरुआती ऑपरेशन में करीब 1000 बच्चों को स्कूल से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया.
इस ऑपरेशन में पाकिस्तानी पैरामिलिट्री फोर्स के एक जवान की भी मौत हो गई. जबकि एक आतंकी ने खुद को बम से उड़ा लिया.
पेशावर के आर्मी स्कूल पर हमला करने वाले आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान को कई कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों का साझा गठजोड़ माना जाता है.
तहरीक-ए-तालिबान का गठन दिसंबर 2007 में हुआ था. जब तालिबान के पाकिस्तान में सक्रिय तकरीबन 13 गुटों ने बैतुल्ला महसूद के नेतृत्व में टीटीपी का गठन किया.
हमले की खबर लगते ही स्कूल के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल और सुरक्षा
बलों की तैनाती कर दी गई है. दो हेलीकॉप्टर स्कूल की निगरानी में जुट गए
हैं और 25 एंबुलेंस को भी तैनात कर दिया गया.
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के साथ ही अफगानिस्तान में मौजूदा नाटो सेनाओं पर भी निशाना साधता है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर हमले पर दुख जताया.
हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 132 हो गई है, इनमें 124 बच्चे शामिल हैं. इसके अलावा 122 अन्य घायल भी हुए हैं.
पेशावर में हुए पाकिस्तानी हमले में अब तक 6 आतंकी मारे गए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पेशावर हमले की कड़ी निंदा की. व्हाइट हाउस की ओर से इस बाबत एक बयान भी जारी किया गया.
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हमले की निंदा करते हुए कहा, यह कायराना और अमानवीय हमला आतंकवाद के असली चेहरे को उजागर करता है.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 3 दिन के शोक का ऐलान किया है.
तहरीके तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने एक बयान में कहा कि स्कूल पर हमला इसलिए किया गया कि सेना हमारे परिवार पर हमला करती है. हम चाहते हैं कि सेना उस दर्द को महसूस करे.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी हमले में मारे गए बच्चों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं.
यह संगठन पाकिस्तान के अफगानिस्तान सीमा से सटे कबीलाई इलाकों (फाटा) में सबसे ज्यादा सक्रिय है. इसका गठन दिसंबर 2007 में हुआ था.
तालिबान के पाकिस्तान में सक्रिय तकरीबन 13 गुटों ने बैतुल्ला महसूद के नेतृत्व में टीटीपी का गठन किया.
तहरीक-ए-तालिबान घोषित तौर पर पाकिस्तान की सरकार का विरोध करता है और देश में शरिया कानून लागू करने के इरादे जाहिर करता है.
पाकिस्तान के स्कूल में आतंकी हमले में 141 लोगों की मौत हो गई है, जबकि कुल 245 लोग घायल हुए है.
बच्चों ने बताया कि स्कूल के बाहर आगजनी होते ही शिक्षकों ने बच्चों को सिर झुकाकर बैठ जाने की हिदायत दी.
तहरीक-ए-तालिबान संगठन पाकिस्तान के अफगानिस्तान सीमा से सटे कबीलाई इलाकों (फाटा) में सबसे ज्यादा सक्रिय है.