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विश्व

तुर्की ने 40 पाकिस्तानियों को अपने देश से निकाला, एयरपोर्ट में रहने को हुए मजबूर

Imran Khan
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तुर्की ने अवैध तरीके से रह रहे 40 पाकिस्तानियों को पाकिस्तान वापस भेज दिया है. पाकिस्तान के प्रमुख अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय जांच एजेंसी ने 40 पाकिस्तानियों के प्रत्यर्पण की पुष्टि की है. रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के नागरिक तुर्की के अलग-अलग शहरों में रह रहे थे और उन्हें इस्लामाबाद वापस भेज दिया गया है.

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अधिकारियों का कहना है कि इस्लामाबाद एयरपोर्ट में तुर्की से भेजे गए पाकिस्तानियों के रहने-खाने का इंतजाम कर दिया गया है. इसके लिए दोनों देशों की गैर-सरकारी संस्थाओं ने एक समझौता किया था. इसी के तहत, इन पाकिस्तानियों की मदद की जा रही है.

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तुर्की ने 1 अप्रैल 2019 को अवैध रूप से रह रहे 47 पाकिस्तानियों को प्रत्यर्पित किया था. इन्हें एक विशेष विमान से शारजाह के रास्ते इस्लामाबाद लाया गया था.

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साल 2019 में ही, तुर्की ने देश में अवैध तरीके से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे 7 पाकिस्तानियों को पकड़ा था. उन्हें टीके-710 फ्लाइट से पाकिस्तान वापस भेजा गया था. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 6 सालों में दुनिया के कई देशों से करीब पांच लाख अवैध प्रवासियों को पाकिस्तान वापस भेजा जा चुका है.
 

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पिछले छह सालों में दुनिया भर के 134 देशों से कुल 5,19000 पाकिस्तानी घर लौटाए जा चुके हैं. इन पर फर्जी दस्तावेज दिखाने समेत अलग-अलग तरह के आपराधिक मुकदमे दर्ज किए गए हैं. सऊदी अरब, यूएई, ओमान से भी हर साल अवैध तरीके से रह रहे पाकिस्तानियों को वापस भेजा जाता है. इसके बावजूद, सऊदी अरब और तुर्की में 65,000 से ज्यादा अवैध प्रवासी डिपोर्टी कैंप में रखे गए हैं. पाकिस्तान के गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच साल में सऊदी अरब से सबसे ज्यादा पाकिस्तानियों को डिपोर्ट किया गया है.

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मलेशिया, ब्रिटेन, ग्रीस, अमेरिका, चीन, ईरान और जर्मनी भी पाकिस्तान के तमाम अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकाल चुके हैं. हैरानी की बात है कि युद्धग्रस्त देश सीरिया, अफगानिस्तान और लीबिया से भी अवैध तरीके से रह रहे पाकिस्तानियों को प्रत्यर्पित किया जा रहा है. इनमें अवैध प्रवासियों के सबसे बड़े समूह को लीबिया से प्रत्यर्पित किया गया था. लीबिया यूरोप का गेटवे है, इस वजह से कई पाकिस्तानी गैर-कानूनी ढंग से यहां प्रवेश करने की कोशिश करते हैं.

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