कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद से ही पाकिस्तान दुनिया भर के देशों से समर्थन मांगता रहा है लेकिन उसे तुर्की और मलेशिया के अलावा किसी का साथ ना मिला. एक बार फिर पाकिस्तान को तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोआन में उम्मीद नजर आ रही है.
पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, तुर्की राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोआन
ने शनिवार को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से बातचीत की और कश्मीर
मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन किया.
तुर्की राष्ट्रपति ने ईद-उल-अजहा पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से भी बातचीत की. आरिफ अल्वी के कार्यालय की तरफ से किए गए ट्वीट में कहा गया, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और तुर्की राष्ट्रपति एर्दोआन ने टेलिफोन पर हुई बातचीत में एक-दूसरे को ईद की शुभकामनाएं दीं. इसके अलावा, कश्मीर और कोविड-19 जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने फिलिस्तीन के साथ कश्मीर का भी जिक्र किया और आरोप लगाया कि दोनों जगह सरकारें दमन की नीति पर चल रही हैं. एक दूसरे ट्वीट में कहा गया, तुर्की के राष्ट्रपति ने आश्वस्त किया है कि वह कश्मीर पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन करना जारी रखेंगे क्योंकि दोनों देशों के बीच भाईचारे का संबंध है और दोनों का एक ही मकसद है. एर्दोआन ने कोरोना महामारी खत्म होने के बाद पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को तुर्की आने के लिए भी आमंत्रित किया.
तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोआन ने हाल ही में एक म्यूजियम को मस्जिद में तब्दील किया है जिसकी दुनिया भर में आलोचना हो रही है. यह म्यूजियम मूल रूप से एक चर्च थी. हालांकि, पाकिस्तानी राष्ट्रपति ने एर्दोआन को हागिया सोफिया म्यूजियम को नौ दशकों बाद मस्जिद में तब्दील करने पर बधाई दी. पाकिस्तान ने कहा कि वह तुर्की के वैध हितों की रक्षा के लिए हमेशा उसका साथ देगा और तुर्की की हरसंभव मदद करने की अपनी नीति पर कायम रहेगा.
पाकिस्तान के प्राधनमंत्री इमरान खान ने हागिया सोफिया को मस्जिद बनाकर नमाज के लिए फिर से खोलने के फैसले की तारीफ की. इमरान खान ने कहा कि लाखों पाकिस्तानियों ने इसे टेलिविजन पर लाइव देखा.
इमरान खान के ऑफिस से जारी किए गए बयान के मुताबिक, पाकिस्तान कश्मीर की
लड़ाई में तुर्की के सहयोग की सराहना करता है, एर्दोआन ने फरवरी 2020 में
पाकिस्तानी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कश्मीर मुद्दे पर समर्थन दिया था जिसे उन्होंने फिर से दोहराया है.
एर्दोगन अपने भाषणों में कश्मीर मुद्दे का कई बार जिक्र कर चुके हैं. एर्दोगन ने एक बयान में कहा था, हमारे कश्मीरी भाई-बहन दशकों से बहुत कुछ झेल रहे हैं और हाल में उठाए गए एकतरफा कदमों की वजह से उनकी पीड़ा और बढ़ गई है. तुर्की राष्ट्रपति ने कहा कि उनके देश ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में भी कश्मीर मुद्दे पर भारत विरोधी रुख अपनाया था.
तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन कई मौकों पर इस्लामिक दुनिया का नेतृत्व करने की कोशिश करते नजर आए हैं. पिछले साल, मलेशिया, तुर्की और पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से इस्लामोफोबिया के खिलाफ मोर्चा खोला था और एक गठबंधन बनाने की कोशिश की थी. हालांकि, सऊदी ने इसे चुनौती के तौर पर लिया और उसकी आपत्ति के बाद पाकिस्तान को तुर्की के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट से अलग हटना पड़ा था.
करीब एक साल पहले मोदी सरकार ने कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया था. 5 अगस्त को इस फैसले के एक साल पूरे होने वाले हैं. इस मौके का इस्तेमाल पाकिस्तान की सेना और सरकार कश्मीर में अशांति फैलाने में करना चाहती है. पाकिस्तान की सेना ने कश्मीर पर अपना प्रोपेगैंडा फैलाने के लिए एक गाना भी रिलीज किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान अपने दो पुराने साथियों मलेशिया और तुर्की के जरिए कश्मीर मुद्दे को हवा देना चाहता है. हालांकि, मलेशिया में अब सरकार बदल चुकी है, ऐसे में देखना होगा कि क्या मलेशिया की नई सरकार भी पूर्व प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद की राह पर आगे बढ़ेंगे या कश्मीर मुद्दे से दूर रहेंगे?