निमरा ने कहा, 'मैं गहरे डिप्रेशन का शिकार हो चुकी हूं. अपनी सारी उम्मीदें अब मैं खो चुकी हूं. मैं गांव से यहां पढ़ने के लिए आई थी. सोचा था कि पढ़कर परिवार का सहारा बनूंगी, लेकिन अब पढ़ाई पूरी होने वाली है, लेकिन कहीं से जॉब का ऑफर नहीं मिल रहा है.'
(प्रतीकात्मक तस्वीर)