यमन की चुनौती कितनी बड़ी?
पिछले साल प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरान मामलों पर अमेरिकी विशेष प्रतिनिधी ब्रायन हूक ने कहा था- अमेरिका यमन में कमांडर शहलाई की सक्रियता से चिंतित है. खासकर सऊदी नेतृत्व वाली गठबंधन सेनाओं के खिलाफ लड़ रहे हौउती विद्रोहियों को अत्याधुनिक हथियार मुहैया कराने में उसकी सक्रियता के लिए.
गौरतलब है कि ईरान हौउती विद्रोहियों को सैन्य मदद देने के साथ ही सैन्य प्रशिक्षण भी दे रहा है जो कि अमेरिका-सऊदी गठबंधन सेनाओं के खिलाफ लड़ रहे हैं.