कई बार हमें ऐसी सच्ची कहानियां सुनने को मिल जाती हैं जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं. ऐसी ही एक लड़की की कहानी सामने आई है जिसे सुनकर शायद हर कोई हैरान रह जाए. जिस लड़की को उसके माता-पिता ने अनाथ छोड़ दिया था वह लड़की दुनिया की टॉप मॉडल बन गई.
Photo Credit: Xueli Abbing
दरअसल, यह कहानी चीन में जन्मी मॉडल ज्वेली एबिन की है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ज्वेली एबिन बचपन से ही एल्बिनिज्म नामक बीमारी से पीड़ित हैं, जिसके चलते उनके चीनी मां-बाप ने उन्हें बचपन में ही एक अनाथालय के दरवाजे पर छोड़ दिया था.
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अब ज्वेली एबिन एक वर्ल्ड फेमस मॉडल बन चुकी हैं. हाल ही में ज्वेली एबिन प्रतिष्ठित फैशन मैगजीन ‘वोग’ में भी नजर आ चुकी हैं. इतना ही नहीं दुनिया के कई डिजाइनरों ने ज्वेली को अपना एंबेसडर चुना है, जिससे वह काफी खुश हैं.
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जिस ज्वेली एबिन को एक बीमारी के चलते उसके मां-बाप ने छोड़ दिया था वही ज्वेली एबिन आज काफी पैसे कमा रही हैं और पूरी दुनिया में मशहूर हो चुकी हैं. ज्वेली एबिन करीब 16 साल की हैं, उन्हें अपनी जन्म की तारीख भी नहीं पता है.
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रिपोर्ट के अनुसार ज्वेली एबिन के माता-पिता जब उन्हें अनाथालय में छोड़ गए तो वे वहां कुछ दिन रहीं. इसके बाद करीब तीन साल की उम्र में नीदरलैंड के एक कपल ने उन्हें गोद ले लिया और वह उनके साथ चली गईं. यहीं से ज्वेली की जिंदगी बदल गई.
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ज्वेली एबिन बताती हैं कि वो सबसे पहले हॉन्गकॉन्ग के एक डिजाइनर के संपर्क में आई थीं, इसके बाद धीरे-धीरे उन्होंने मॉडलिंग में अपना मुकाम हासिल किया. ज्वेली को उनका नाम अनाथालय से ही मिला था, जिसका चीनी भाषा में मतलब 'बर्फ जैसी खूबसूरत' होता है.
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ज्वेली एबिन बचपन से ही एल्बिनिज्म नामक बीमारी से पीड़ित हैं और इसी के चलते उनके माता-पिता ने उन्हें अनाथालय में छोड़ दिया था. दरअसल, चीन में एल्बिनिज्म बीमारी से पीड़ित बच्चे को अभिशाप माना जाता है.
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इस बारे में खुद ज्वेली एबिन बताती हैं कि मेरे जन्म के समय चीन में एक बच्चे की नीति थी, मेरे जैसे बच्चे को या तो अनाथालय में छोड़ा जाता है या मार दिया जाता है, अलग दिखना मेरे लिए अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है, मैं मॉडलिंग के जरिए लोगों को एल्बिनिज्म के बारे में जागरुक करती हूं.
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ज्वेली ने यह भी बताया कि वे और उनके परिवार के लोग एल्बिनिज्म बीमारी के खिलाफ अभियान भी चलाते हैं और लोगों को जागरुक करते हैं. इस अभियान का नाम 'परफेक्ट इम्परफेक्शन' है. ये लोग एल्बिनिज्म से पीड़ित लोगों के लिए ऐसे कपड़े बनाते हैं जिससे रोग की तरफ किसी का ध्यान न जाए.
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एल्बिनिज्म एक तरह का चर्मरोग होता है जिसमें पीड़ित व्यक्ति की त्वचा और बालों का रंग सफेद या पीला पड़ जाता है, उसकी त्वचा भी धूप के प्रति काफी सेंसिटिव हो जाती है. इस रोग के चलते आंखें भी प्रभावित होती हैं.
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रिपोर्ट के अनुसार, चीन में एल्बिनिज्म को अच्छा नहीं माना जाता है. ऐसे में जब कोई बच्चा इस बीमारी के साथ जन्म लेता है तो उसे अशुभ मानकर अनाथालयों के बाहर छोड़ दिया जाता है. हालांकि, जो स्कूल जाते हैं उन्हें अपने बालों को काले रंग से रंगना पड़ता है ताकि किसी को बीमारी का पता न चले.
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