पाकिस्तान में लश्कर-ए-झांगवी के दो आतंकवादियों को फांसी दे दी गई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक दो आतंकवादियों- अताउल्लाह और मोहम्मद आजम को आतंकवाद का विरोध करने वाली एक अदालत ने जुलाई 2004 में सजा दी गई थी. अताउल्लाह और मोहम्मद आजम को अली राजा पिरानी को मारने के जुर्म में दोषी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई गई थी. अली की हत्या कराची में जून 2001 में की गई थी.
हालांकि दोनों दोषियों ने सजा के खिलाफ सिंध उच्च न्यायालय और फिर सर्वोच्च न्यायालय में अपील भी की थी, लेकिन दोनों जगह से उन्हें निराशा ही हाथ लगी. राष्ट्रपति ममून हुसैन ने भी उनकी दया याचिकाएं खारिज कर दीं. सूत्रों के मुताबिक बताया जाता है कि दोनों दोषी ठहराए गए आतंकवादियों को फांसी देने के लिए 24 जनवरी को वारंट जारी किया गया था.
पाकिस्तान की सरकार ने पिछले साल 16 दिसंबर को पेशावर के एक सैनिक स्कूल पर हुए हमले के बाद आतंकवादी मामलों में फांसी की सजा देने पर से रोक हटा दी है. स्कूल पर हुए इस हमले में 141 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर स्कूल के बच्चे ही थे.
इनपुट- IANS