नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता की दौड़ में चल रही सामाजिक कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ने कहा है कि उग्रवादियों के साथ बातचीत शांति के लिए आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है.
सोलह वर्षीय मलाला ने कहा, ‘समस्याएं सुलझाने और युद्ध के खिलाफ जंग छेड़ने का सर्वश्रेष्ठ रास्ता बातचीत के जरिये निकलेगा.’ उन्होंने कहा कि यह मेरा विषय नहीं है. यह सरकार का काम है और यह अमेरिका का भी काम है. तालिबान जो कुछ करना चाहता हैं उसे वार्ता के जरिये करना चाहिए.
मलाला ने कहा कि लोगों की हत्या करना, लोगों को सताना और लोगों को मारना पीटना, यह पूरी तरह से इस्लाम के खिलाफ है. वे इस्लाम के नाम का दुरुपयोग कर रहे हैं.