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अब हॉटलाइन पर बात करेंगे PM मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा तथा उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच हॉटलाइन हाल ही में शुरू हो चुकी है. हालांकि अभी तक इसका इस्तेमाल नहीं किया गया है.

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मोदी और ओबामा ने अभी तक हॉटलाइन पर बात नहीं की है
मोदी और ओबामा ने अभी तक हॉटलाइन पर बात नहीं की है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा तथा उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच हॉटलाइन हाल ही में शुरू हो चुकी है. हालांकि अभी तक इसका इस्तेमाल नहीं किया गया है.

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गणतंत्र दिवस पर हुआ था हॉटलाइन शुरू करने का फैसला
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में दक्षिण एशियाई मामलों के वरिष्ठ निदेशक पीटर आर लैवॉय ने कहा, यह (हॉटलाइन) हाल में स्थापित की गई. ओबामा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेने के लिए जब दिल्ली गए थे, उस समय ओबामा-मोदी हॉटलाइन के संबंध में निर्णय लिया गया था. लैवॉय ने कहा, हॉटलाइन का संबंध संकट प्रबंधन फोन या प्रणाली से है जिसका इस्तेमाल संकट समाप्त करने के लिए शीत युद्ध के दौरान किया गया था.

भारत में राष्ट्र प्रमुख स्तर की पहली हॉटलाइन
भारत में राष्ट्र प्रमुख के स्तर की यह पहली हॉटलाइन है. भारत और पाकिस्तान ने वर्ष 2004 में विदेश सचिवों के स्तर पर हॉटलाइनें स्थापित करने पर सहमति जताई थी और वर्ष 2010 में दिल्ली और बीजिंग ने विदेश मंत्री स्तर पर एक हॉटलाइन स्थापित की थी. सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी के अनुसार भारत और पाकिस्तान के बीच हॉटलाइन की स्थापना अमेरिकी सेना की मदद से की गई थी. भारत-चीन हॉटलाइन अभी शुरू नहीं हुई है.

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मोदी-ओबामा के प्रयासों का नतीजा
विश्व के दो बड़े लोकतांत्रिक देशों के बीच हॉटलाइन या संचार की सुरक्षित लाइन की स्थापना ओबामा और मोदी के प्रयासों का हिस्सा है. इसकी स्थापना अहम द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर संचार और वार्ता को बढाने के लिए की गई है. मोदी ने 25 जनवरी को हैदराबाद भवन में कहा था, इसके लिए हमने इस बात पर सहमति जताई थी कि भारत और अमेरिका को अधिक संख्या में नियमित रूप से शिखर वार्ताएं करनी चाहिए.

मोदी और ओबामा के इस साल सितंबर के अंत में न्यूयॉर्क में मिलने की संभावना है. इस दौरान मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र में भाग लेने के लिए अमेरिका आएंगे.

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