ब्रिटेन में गुरुवार को संपन्न हुए आम चुनाव के बाद नए हाउस ऑफ कामंस में भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसदों की संख्या 10 बरकरार है. पिछले कार्यकाल के दौरान भी यह संख्या दस ही थी.
सभी मौजूदा सांसद एक बार फिर निर्वाचित हुए हैं. कंजरवेटिव पार्टी के पॉल उप्पल इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड्स के वोल्वरहैंपटन सीट से चुनाव हार गए हैं. लेबर पार्टी के रॉब मैरिस ने 801 मतों से उन्हें हराया. हालांकि, यॉर्कशायर के रिकमंड से जीत दर्ज कर पहली बार संसद पहुंचे कंजरवेटिव पार्टी के ऋषि सनक इन्फोसिस के संस्थापकों में से एक एनआर नारायणमूर्ति के दामाद हैं.
इसके अलावा, ऐसे कई सांसद हैं, जिन्होंने अपनी सीटें बरकरार रखी हैं. इन सांसदों में कीथ वाज (लेसेस्टर पूर्व) 1987 से सांसद है. उनकी बहन वलेरी वाज (वालसाल साउथ), वीरेंद्र शर्मा (इलिंग साउथाल), सीमा मल्होत्रा (फेलथम एवं हेस्टॉन), लीजा नंदी (विगान), साजिद जाविद (ब्रॉम्सग्रोव), प्रीति पटेल (विथाम), आलोक शर्मा, शैलेश वारा (कैम्ब्रिजशायर उत्तर-पश्चिम) शामिल हैं.
इनपुट भाषा