नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप के बाद जिंदगी के जीतने की कई घटनाएं सामने आ रही हैं. पहले भूकंप के करीब 168 घंटो बाद 105 साल के
बुजुर्ग को मलबे से सुरक्षित निकाला गया तो सिंधुपालचोक इलाके में तीन महिलाओं को भूकंप के आठ दिन बाद मलबे से जिंदा निकाला गया है. इसमें एक महिला तो 60 साल की है.
इस बीच रविवार शाम नेपाल में एक बार फिर भूकंप का झटका महसूस किया गया. इस बार भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई. हालांकि इससे कोई नुकसान की खबर अब तक नहीं मिली है.
मरने वालों की संख्या 7250 हुई
नेपाल भूकंप में मरने वालों की संख्या रविवार शाम तक 7250 हो गई, जबकि 14,267 लोग घायल बताए जा रहे हैं. मलबा निकलने के बाद मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ने के आसार हैं.
नेपाल भूकंप: 120 घंटे बाद मलबे से जिंदा निकाला गया युवक
रविवार को राहत और बचाव कार्य के दौरान नुवाकोट के किमतांग गांव में स्थानीय पुलिस और लोगों ने मिलकर एक घर के मलबे से 105 साल के फंचु घले को बाहर निकाला, तो वो जिंदा पाए गए.
22 घंटे मलबे में फंसे रहने के बाद 4 महीने का बच्चा निकला जिंदा
वैसे तो लोगों ने आस ही छोड़ दी थी कि इतनी भयानक त्रासदी के बाद भी इतने वृद्ध जिंदा होंगे. लेकिन जब लोगों ने उन्हें निकाला, तो वे न सिर्फ जीवित थे, बल्कि पूरी तरह तंदुरुस्त भी थे.फंचु घले को नेपाली सेना के हेलीकप्टर से त्रिशुली ले जाया गया और वहां के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.