संयुक्त अरब अमीरात के शहर दुबई में एक भारतीय शख्स की 12 वर्षीय बेटी ने अपने कमाए पैसे से आईफोन 14 खरीदकर सबको चौंका दिया है. सातवीं क्लास में पढ़ने वाली बियांका जेमी वारियावा ने अपने बनाए ब्रेड को स्कूल में बेचकर छह हफ्तों में 3 हजार दिरहम (67 हजार 362 रुपये) कमा लिए. उनके ब्रेड को स्कूल के बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों ने भी पसंद किया.
दरअसल, बियांका को आईफोन बहुत पसंद है और वो चाहती थीं कि उनके पास भी ये फोन हो. लेकिन उनके माता-पिता के पास उतने अधिक पैसे नहीं थे जिससे वो अपनी बेटी को आईफोन खरीद कर दे सकें. फरवरी में एक दिन बियांका की मां जेमिनी वारियावा ने उन्हें लंच में ब्रेड पैक करके दिया जो उन्होंने अपने हाथों से बनाया था. ब्रेड बियांका के दोस्तों को खूब पसंद आया.
बियांका ने खलीज टाइम्स को बताया, 'मेरे दोस्तों को ब्रेड का स्वाद और उसका फूलना बहुत पसंद आया. उन्हें ब्रेड इतना स्वादिष्ट लगा कि उन्होंने मुझसे अगले दिन फिर ऐसा ही कुछ लाने को कहा.' इसके बाद बियांका के दिमाग में एक आइडिया आया कि क्यों न वो खुद से ब्रेड बनाकर स्कूल में बेचे.
बचपन से ही बेकिंग का शौक
बियांका के माता-पिता दोनों बेकर हैं और दोनों ने ही दुबई के पांच सितारा होटलों में काम किया है. बियांका उन्हें ब्रेड बनाते देखकर बड़ी हुई हैं और वो भी अकसर बेकिंग में अपने माता-पिता की मदद करती है.
जब उनके माता-पिता को अपनी बेटी के आइडिया के बारे में पता चला तो वो बेहद खुश हुए. उनके पिता जेमीभाई वारियावा ने उन्हें 100 दिरहम (2 हजार 245 रुपये) दिए और कहा कि वो इन पैसों के साथ अपनी शुरुआत करें. वहीं, बियांका की मां ने उन्हें अलग-अलग तरह का ब्रेड बनाना सिखाया.
जेमिनी कहती हैं, 'जब वह पांच साल की थी, तब से हमें पिज्जा पार्लर में बेकिंग में मदद कर रही है. उसे बचपन से ही बेकिंग में रुचि रही है.'
कैसे कमाए हजारों रुपये
बियांका को स्कूल में पहले दिन थोड़ी निराशा हाथ लगी जब केवल दो ब्रेड ही बिके. लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और स्कूल में ब्रेड बेचना जारी रखा. वो 10 दिरहम (224 रुपये) में चार ब्रेड बेचती थी. देखते ही देखते बियांका के ब्रेड की लोकप्रियता स्कूल में बढ़ने लगी और हर दिन उन्हें 60 पीस ब्रेड के ऑर्डर मिलने लगे.
बियांका बताती हैं, 'मैं सिर्फ सादा ब्रेड नहीं बेचती बल्कि सादा सॉफ्ट रोल, ओरियो, उबे (फिलिपिंस की पेस्ट्री), पनीर, पनीर के साथ टर्की सलामी और चिकन फ्रैंक जैसी चीजों को भी मैंने बेचा है. ये सब मेरे शिक्षकों और स्कूल के साथियों को बहुत पसंद आए. ब्रेड सबको पसंद आता है और मेरे माता-पिता की सीक्रेट रेसिपी के कारण मेरा कारोबार तेजी से आगे बढ़ा.'
उन्होंने बताया कि अपना होमवर्क खत्म करने के बाद शाम को वो बेक करती थी. बियांका को जो ऑर्डर मिलते थे, वो उन्हीं के हिसाब से बेक करती थीं.
बियांका ने मार्च के दूसरे सप्ताह तक 3,000 दिरहम बचा लिए और आईफोन 14 का ऑर्डर दे दिया.
स्कूल में उड़ा मजाक
बियांका के लिए स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ ब्रेड बेचना आसान नहीं था. स्कूल के कई छात्रों ने उनका मजाक भी उड़ाया.
वो बताती हैं, 'कुछ छात्रों ने मुझे हेय दृष्टि से देखा. वो आपस में बात करते थे कि ये ब्रेड बेचने के बजाए सीधे अपने मां-बाप से आईफोन क्यों नहीं मांग लेती. उन्होंने हमारी आर्थिक स्थिति पर सवाल उठाया.'
बियांका ने इन आलोचनाओं को परे रखा और अपने दोस्तों और शिक्षकों की प्रेरणा से आगे बढ़ती रहीं और आखिरकार उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल कर लिया. वो पढ़ाई के बाद खुद की एक बेकरी और कॉफी शॉप खोलना चाहती हैं.