चीन में शनिवार को 17000 फैक्ट्रियां बंद कर दी गईं. 28,600 फैक्ट्रियों को अस्थायी रूप से संचालन बंद करने का आदेश दिया गया है. ताकि लगातार हवा में घुल रहे जहर को कुछ हद तक रोका जा सके. चीन के पर्यावरण मंत्रालय ने यह आदेश दिया. ये सभी फैक्ट्रियां तय सीमा से ज्यादा प्रदूषण फैला रही थीं.
हॉटलाइन से मिली मदद
चीन के इस फैसले पर पहुंचने के पीछे हॉटलाइन का बड़ा महत्व है. सरकार ने सितंबर में ही हॉटलाइन शुरू की थी और लोगों से प्रदूषण की शिकायतें दर्ज कराने को कहा था. मंत्रालय के मुताबिक अब तक 12,369 फोन आए और उसके बाद यह फैसला लिया गया. इसी से पता चला कि 63,700 कंपनियां तो गैरकानूनी निर्माण के प्रोजेक्ट में लगी हैं.
सबसे ज्यादा शिकायतें इन कंपनियों की
सबसे ज्यादा शिकायतें केमिकल, मेटल प्रोसेसिंग और मिनरल मेटल प्रोसेसिंग कंपनियों की आई थीं. शिकायतें मिलने के बाद नवंबर में मंत्रालय ने 504 टीमें बीजिंग समेत देशभर के अन्य हिस्सों में जांच के लिए भेजी थी. इसी जांच के दौरान पर्यावरण नियमों के उल्लंघन का पता चला.