भारतीय विदेश मंत्रालय ने यमन में हवाई हमलों में 20 से ज्यादा भारतीयों के मारे जाने की सूचना को गलत बताया है. MEA के मुताबिक, हूदीदाह बंदरगाह पर दो जहाजों के जरिए तेल की तस्करी की जा रही थी. इनमें से एक में 11 लोग सवार थे, जबकि दूसरे में 9 लोग सवार थे. इनमें भारतीय क्रू मेंबर भी थे.
बता दें कि इसके पहले यमन में सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना के हवाई हमलों में 20 भारतीय मारे जाने की सूचना मिली थी. ये हमले यमन के हूदीदाह बंदरगाह पर तेल के तस्करों को निशाना बनाकर किए गए थे. प्रत्यक्षदर्शियों और वहां रहने वाले आसपास के मछुआरों ने यह जानकारी दी. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस हादसे में मारे गए भारतीयों के प्रति दुख जताया है.
Condemning the attack, Sonia Gandhi hoped GoI is taking ample and adequate measures to ensure immediate & emergency relief..cntd: Cong stmnt
— ANI (@ANI_news) September 9, 2015
सरकार को कोई जानकारी नहीं
सरकार ने कहा है कि उसे यमन के हमले में मारे गए भारतीयों के बारे में कोई जानकारी नहीं है. विदेश मंत्रालय मारे गए लोगों की पहचान करने में जुटा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि हम रिपोर्ट की जांच कर रहे हैं. यमन में फिलहाल भारतीय दूतावास नहीं है. अप्रैल में ही भारत ने वहां अपना दूतावास बंद किया था.
मरीब में 20 से ज्यादा हवाई हमले
हूथी विद्रोही समूह के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को इस गठबंधन सेना ने यमन के मरीब प्रांत में शिया विद्रोहियों पर भी 20 से ज्यादा हवाई हमले किए.
फिलहाल कोई भी पक्ष कोई नया इलाका अपने कब्जे में नहीं ले पाया है. मरीब प्रांत में ही विद्रोहियों ने मिसाइल हमला कर 45 अमीराती सैनिकों को मार दिया था.