बागियों के कब्जे वाली यमन की राजधानी में सोमवार को सऊदी अरब के नेतृत्व में एक मिसाइल डिपो पर किए गए हवाई हमलों के बाद कई विस्फोट हुए और इसमें कम से कम 28 लोग मारे गए तथा 300 अन्य घायल हो गए. सैकड़ों की संख्या में घर तबाह हो गए और विस्फोटों से हुई तबाही आस-पड़ोस के इलाकों तक में महसूस की गई.
सना के फाज अतन इलाके में स्थित इस डिपो पर किए गए दो हवाई हमलों के बाद बहुत से लोगों के मारे जाने की आशंका है. हवाई हमलों के बाद यह इलाका काले धुएं से ढक गया. राजधानी के चार अस्पतालों में चिकित्सा कर्मियों ने बताया कि कम से कम 28 लोग मारे गए हैं और करीब 300 घायल हुए हैं. मारे गए लोगों में तीन टेलीविजन स्टेशन के कर्मचारी थे. पहाड़ी पर स्थित यह मिसाइल डिपो पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह की वफादार रिपब्लिकन गार्ड के कब्जे में है. सालेह पर सरकार के खिलाफ इस संघर्ष में हुती बागियों का पक्ष लेने का आरोप है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मिसाइल डिपो तथा समीप के एक पेट्रोल स्टेशन में आग भड़क उठी और आग की लपटों की तपिश काफी दूर से महसूस की जा सकती थी. अरब प्रायद्वीपीय देश के बड़े हिस्से पर शिया बागियों का कब्जा हो चुका है और ये सरकार समर्थक बलों का कड़ाई से मुकाबला कर रहे हैं. सऊदी अरब की अगुवाई में सुन्नी अरब देशों के गठबंधन ने पिछले महीने बागियों के खिलाफ हवाई हमले शुरू किए थे और राष्ट्रपति अदेराबू मंसूर हादी का शासन फिर से स्थापित किए जाने की प्रतिबद्धता जताई थी. हादी अपने गढ़ अदन में मिलिशिया के आगे बढ़ने के साथ ही रियाद चले गए थे.
सऊदी गठबंधन बलों ने अभियान शुरू होने के बाद से दो हजार से अधिक हवाई हमले करने का दावा किया है लेकिन उसके प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अहमद अल आसिरी ने आज सना में हुए विस्फोटों के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की.
इनपुट: भाषा