नेपाल में लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 66 लोगों की मौत हो गई और 60 लोग घायल हो गए. बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री और शहरी विकास मंत्री प्रकाश मान सिंह ने एक आपात बैठक बुलाई है.
शनिवार को एक अधिकारी ने बताया कि नेपाल में लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से कम से कम 66 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए. नेपाल के कुछ हिस्से गुरुवार से हो रही बारिश से जलमग्न हो गए हैं. इसी को लेकर आपदा अधिकारियों को बाढ़ की चेतावनी जारी की है.
'देश भर में 79 लोग लापता'
नेपाल पुलिस के उप प्रवक्ता बिश्वो अधिकारी ने कहा कि लगातार बारिश के कारण हिमालयी राष्ट्र में मारे गए 66 लोगों में से 34 लोग काठमांडू घाटी में मारे गए. बाढ़ में 60 से ज्यादा लोग घायल भी हुए हैं. देश भर में कुल 79 लोग लापता हैं, जिनमें से 16 काठमांडू घाटी में लापता हैं. तीन हजार से ज्यादा लोगों को बचाया भी गया है. अधिकारी ने कहा कि देश भर में बाढ़ से 63 जगहों पर मेन हाईवे ब्लॉक हो गए हैं.
सरकार ने बुलाई बैठक
इस बीच कार्यवाहक प्रधानमंत्री और शहरी विकास मंत्री प्रकाश मान सिंह ने एक आपात बैठक बुलाई है, जिसमें गृह मंत्री, गृह सचिव और सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों समेत विभिन्न मंत्रियों को शामिल किया गया और उन्हें खोज और बचाव कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया.
सरकार ने पूरे नेपाल में तीन दिनों के लिए सभी स्कूलों को बंद करने और सभी चल रही परीक्षाओं को रोकने का आदेश दिया है. बाढ़ के कारण मुख्य ट्रांसमिशन लाइन बाधित होने के कारण काठमांडू में पूरे दिन बिजली गुल रही, लेकिन शाम को बिजली फिर से शुरू हो गई. बारिश के कारण हुए भूस्खलन के कारण काठमांडू में एंट्री करने वाले सभी मार्ग बंद हो गए हैं.
पुलिस ने बताया कि काठमांडू में 226 घर जलमग्न हो गए हैं और प्रभावित इलाकों में नेपाल पुलिस की ओर से लगभग 3,000 सुरक्षाकर्मियों की एक बचाव टीम तैनात की गई है.