सभी प्रमुख जातीय समूहों में सर्वोच्च प्रति व्यक्ति आय का गुमान करने वाले अमेरिका में बुधवार को जारी हुए ताजा जनगणना रिपोर्ट के अनुसार आठ प्रतिशत से ज्यादा भारतीय अमेरिकी यानि करीब तीस लाख भारतीय अमेरिकी अमेरिका में गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर करते हैं.
वर्ष 2007-2011 के अमेरिकी सामुदायिक सर्वेक्षण (अमेरिकन कम्युनिटी सर्वे) के अनसार, अमेरिका में 4.27 करोड़ लोगों की आय गरीबी रेखा से नीचे थी जबकि राष्ट्रीय गरीबी दर 14.7 प्रतिशत है.
जनगणना ब्यूरो (सेंसस ब्यूरो) रिपोर्ट के मुताबिक गरीबी दर में 8.2 प्रतिशत के साथ भारतीय अमेरिकी अन्य जातीय समूहों की तुलना में कम गरीब हैं. जापानी अमेरिकियों की भी गरीबी दर 8.2 प्रतिशत ही है.
एशियाई जनसंख्या में गरीबी दर वियतनामियों (14.7 प्रतिशत) और कोरियाई लोगों (15.0 प्रतिशत) में ज्यादा है जबकि फिलीपीन वासियों की गरीबी दर सबसे कम यानि 5.8 प्रतिशत है. सांख्यिकीय रूप में भी वियतनामियों और कोरियाई लोगों में गरीबी दर एक दूसरे से भिन्न नहीं है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के एशियाई बहुल लोगों वाले नौ प्रांतों में गरीबी दर दस प्रतिशत से कम है और ये प्रांत हैं, कनेक्टिकट, डेलावेयर, हवाई, मैरीलैंड, नेवादा, न्यू हम्फ्रीज, न्यू जर्सी, वर्जिनिया और साउथ कैरोलीना.
लैटिन अमेरिकी मूल के लोगों में राष्ट्रीय गरीबी दर क्यूबा वासियों में 16.2 प्रतिशत और डोमिनिक वासियों में सर्वोच्च 26.3 प्रतिशत है. गोरे और एशियाई लोगों में भी गरीबी दर सांख्यिकीय रूप में एक दूसरे से भिन्न नहीं है.
अमेरिकी सरकार की गरीबी की परिभाषा कुल प्राप्त आय पर आधारित है. उदाहरण के तौर पर वर्ष 2012 में गरीबी स्तर चार लोगों के परिवार के लिए वाषिर्क आय 23,050 (करीब 12 लाख रुपए) निर्धारित किया गया था.