ताहिर को 2002 में एक व्यक्ति की हत्या मामले में फांसी की सजा सुनाई गई थी. मोहम्मद को 2000 में एक रिश्तेदार की हत्या के मामले में और हुसैन को 1998 में एक व्यक्ति की हत्या मामले में मृत्युदंड सुनाया गया था. शफाकत और सईद को दोहरे हत्याकांड में सजा सुनाई गई थी. शौकत और मोहम्मद शबीर को हत्या और हत्या की कोशिश में सत्र अदालत ने मृत्युदंड सुनाया था.
नवाज को 1998 में एक व्यक्ति की हत्या मामले में जिला अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी. असद महमूद तीन लोगों की हत्या का दोषी था.पाकिस्तान में आतंकवाद और गैर-आतंकवाद मामले में अब तक 48 लोगों को फांसी दी जा चुकी है.
- इनपुट IANS