करीब दो हफ्ते से गायब चीन के उपराष्ट्रपति शि जिनपिंग शनिवार को अंतत: सार्वजनिक तौर पर सामने आए और उनके विषय में उठ रहीं सभी आशंकाओं पर विराम लगा दिया.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रपट के अनुसार जिनपिंग ने खाद्य सुरक्षा के मुद्दे पर लोगों का ध्यान आकृष्ट कराने एवं खाद्य से जुड़े उद्योगों में अनियमितता खत्म करने के लिए जनता में भोजन एवं स्वास्थ्य के विषय में जानकारी बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया.
जिनपिंग ने नेशनल साइंस पापुलराइजेशन डे के अवसर पर बीजिंग स्थित चाइना अग्रीकल्चर युनिवर्सिटी के भ्रमण के दौरान यह टिप्पणी की. इस अवसर पर खींची गई तस्वीर में उपराष्ट्रपति मुस्कराते हुए दिखाई दे रहे हैं. दो दिन पहले 13 सितम्बर को एक अधिकारी की मौत पर जिनपिंग ने शोक संदेश भेजा था.
उपराष्ट्रपति एक सितम्बर से सार्वजनिक समारोहों से अनुपस्थित चल रहे थे. एक सितम्बर को उन्हें बीजिंग स्थित सेंट्रल पार्टी स्कूल में भाषण देना था. इसके बाद जिनपिंग की अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ प्रस्तावित बैठक रद्द हुई.
शि जिनपिंग हाल के दिनों में कई अहम बैठकों से नदारद रहे और उनकी कई महत्वपूर्ण मुलाकातें रद्द कर दी गईं. ऐसी घटनाओं के बाद जिनपिंग को लेकर तरह-तरह की अफवाहें फैल रह रही थीं.
इन अफवाहों में कहा गया कि कहीं वह बीमार तो नहीं हैं या फिर सत्ता संघर्ष के शिकार हो गए हैं. जिनपिंग का देश का अगला राष्ट्रपति बनना लगभग तय है. वह राष्ट्रपति हू जिताओ का स्थान लेंगे.
इंडियाना विश्वविद्यालय के चीनी मामलों के विशेषज्ञ स्कॉट केनेडी ने इस पर कहा था, 'यह प्रथा लम्बे समय से चली आ रही है कि प्रमुख नेताओं की बीमारी या अन्य समस्याओं के विषय में जानकारी सार्वजनिक न की जाए.'