अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (आईईए) ने कहा है कि अमेरिका 2020 तक सऊदी अरब को पीछे छोड़कर वैश्विक तेल उत्पादकों का नेतृत्व करेगा. यह स्थिति दुनिया में सर्वाधिक कच्चा तेल उपभोग करने वाले देश में तेल एवं प्राकृतिक गैस उत्पादन में असाधारण वृद्धि के कारण बनने वाली है.
विश्व ऊर्जा परिदृश्य-2012 को पेश करने के दौरान आईईए ने कहा, 'अमेरिका में ऊर्जा संबंधित घटनाक्रम गम्भीर हैं और उनका असर उत्तरी अमेरिका व ऊर्जा क्षेत्र से आगे तक महसूस किया जाएगा.'
आईईए ने अनुमान व्यक्त किया है कि अमेरिका में बढ़ रहा ऊर्जा उत्पादन, तेल दोहन प्रौद्योगिकियों का परिणाम है, जो तेल और गैस स्रोतों के ताले खोल रही हैं और इसका अर्थ यह होगा कि वैश्विक ऊर्जा प्रवाह में एक बड़ा बदलाव आएगा.
आईईए की कार्यकारी निदेशक मारिया वेन डेर हॉवेन के अनुसार, 'उत्तर अमेरिका तेल और गैस उत्पादन में होने वाले आमूलचूल बदलाव के अग्रिम मोर्चे पर है, जो दुनिया के सभी क्षेत्रों को प्रभावित करेगा.'