पाकिस्तान की पुलिस ने ईशनिंदा की आरोपी एक ईसाई बच्ची के बैग में कुरान के जले पन्ने रखने के आरोपी एक इमाम को गिरफ्तार कर लिया है. यह जानकारी अधिकारियों ने दी है. इस बच्ची को दो सप्ताह पहले एक भीड़ द्वारा दंडित किए जाने का दबाव बनाए जाने के बाद इस्लामाबाद के पास हिरासत में ले लिया गया था.
स्थानीय मीडिया में जारी रिपोर्ट के अनुसार एक गवाह ने अपनी गवाही में कहा है कि इमाम खालिद चिश्ती ने स्वयं कुरान के जले पन्ने बच्ची के बैग में रखे थे. बच्ची को हिरासत में लिए जाने के इस मामले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हुई है.
बीबीसी के अनुसार, सरकार द्वारा नियुक्त एक चिकित्सा बोर्ड ने अपनी रपट में कहा है कि बच्ची मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसकी उम्र 14 वर्ष से कम है. इस सप्ताह के प्रारम्भ में एक कोर्ट ने बच्ची को और दो सप्ताह तक सुधार गृह में रखने के आदेश दिए थे.
बच्ची के पिता ने कहा है कि वह अपनी बच्ची की जिंदगी और परिवार की सुरक्षा को लेकर भयभीत हैं. उन्होंने राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से बच्ची को माफ करने का आग्रह किया है.
धमकियों के बाद बच्ची के माता-पिता को ऐहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया गया है, और आसपास के कई अन्य ईसाई परिवार वहां से चले गए हैं.
गौरतलब है कि पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून बहुत सख्त है और समय-समय पर इसमें सुधार की मांग भी उठती रही है. इस कानून के तहत कुरान को अपवित्र करने के लिए उम्र कैद की सजा का प्रावधान है.
इस कानून में बदलाव की मांग करने वाले नेताओं को अपनी मौत से इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है, वह चाहे अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शहबाज भट्टी हों या फिर पंजाब के गवर्नर सलमान तासीर.