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मिट रोमनी की विदेश नीति में भारत नहीं

अमेरिका के राष्ट्रपति व डेमोक्रेट उम्मीदवार बराक ओबामा ने जहां भारत-अमेरिका के संबंधों को 21वीं सदी की निर्धारक साझेदारी में से एक बताया है, वहीं रिपब्लिकन उम्मीदवार मिट रोमनी ने विदेश नीति से संबंधित अपने भाषण में भारत का कोई जिक्र नहीं किया.

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मिट रोमनी
मिट रोमनी

अमेरिका के राष्ट्रपति व डेमोक्रेट उम्मीदवार बराक ओबामा ने जहां भारत-अमेरिका के संबंधों को 21वीं सदी की निर्धारक साझेदारी में से एक बताया है, वहीं रिपब्लिकन उम्मीदवार मिट रोमनी ने विदेश नीति से संबंधित अपने भाषण में भारत का कोई जिक्र नहीं किया.

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रोमनी ने अपने संबोधन में ओबामा पर दुनिया को वैश्विक नेतृत्व देने में विफल रहने का आरोप लगाया, जिसकी उम्मीद पूरा विश्व, खासकर इजरायल जैसे प्रमुख सहयोगी देश कर रहे हैं. उन्होंने वादा किया कि यदि वह जीतते हैं तो सैन्य और आर्थिक शक्तियों के बल पर वह अमेरिका को विश्व युद्ध के बाद वाली भूमिका में लाने के लिए उस वक्त की विदेश नीति बहाल करेंगे.

वर्जीनिया मिलिट्री इंस्टीट्यूट में सोमवार को अपने संबोधन में रोमनी ने लीबिया के बेनघाजी स्थित अमेरिकी वाणिज्य दूतावास पर हमला और इसमें अमेरिकी राजदूत क्रिस्टोफर स्टीवन्स तथा तीन अन्य के मारे जाने सहित अरब देशों में जारी अमेरिका विरोधी प्रदर्शन व हिंसा का जिक्र करते हुए इन्हें ओबामा शासन की विदेश नीति की विफलता करार दिया.

रोमनी ने कहा, 'यह हमारी और हमारे राष्ट्रपति की जिम्मेदारी है कि वह इतिहास को आकार देने के लिए अमेरिका की महान शक्ति का इस्तेमाल करे, न कि देश को भाग्य भरोसे छोड़ दे. दुर्भाग्यवश मौजूदा राष्ट्रपति की नीतियां वैश्विक नेतृत्व के हमारे बेहतरीन उदाहरणों के समान नहीं हैं.'

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रोमनी ने हालांकि पाकिस्तान में छिपे अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को ढूंढकर मार गिराने में ओबामा प्रशासन की सफलता को माना.

अफगानिस्तान के बारे में रोमनी ने कहा कि वह इस बारे में सुनी-सुनाई बातों के आधार पर नीति नहीं बनाएंगे, बल्कि वह वर्ष 2014 के आखिर तक सफलतापूर्वक अफगान सुरक्षा बलों को वहां की जिम्मेदारी सौंप देंगे. ईरान पर उन्होंने कहा कि वह ओबामा प्रशासन की नीतियों को आगे बढ़ाएंगे.

रोमनी का भाषण समाप्त होने के बाद व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जे कार्ने ने कहा कि उनकी नीतियां बहुत हद तक वही हैं, जो ओबामा की हैं. वहीं पूर्व विदेश मंत्री मेडलीन अल्ब्राइट ने रोमनी पर अपने विचार बदलते रहने का आरोप लगाया.

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