पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर भाग स्वात में मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई पर हमले के मामले में महत्वपूर्ण प्रगति करते हुए पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. तीनों को मलाला पर हुए हमले में शामिल होने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है.
मलाला की 'बोली' के आगे तालिबान की 'गोली' फेल
स्वात जिले के पुलिस प्रमुख गुल अफजल खान अफरीदी ने संवाददाताओं से कहा कि 14 वर्षीय मलाला पर मंगलवार पर हुए हमले का कथित सरगना अताउल्ला अब भी फरार है. अफरीदी ने कहा कि इन तीनों को गिरफ्तार कर पुलिस ने इस मामले की तहकीकात में महत्वपूर्ण प्रगति की है.
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान जाहिर नहीं की गई है. अभी इस बारे में भी जानकारी नहीं मिली है कि वे किसी प्रमुख आतंकी संगठन के सदस्य हैं या नहीं.
अफरीदी ने कहा कि पुलिस को आशा है कि वह जल्दी ही अताउल्ला को गिरफ्तार कर लेगी. इससे पहले पुलिस ने इस हमले के सिलसिले में दर्जनों लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. पुलिस ने मलाला के स्कूल बस के चालक से भी पूछताछ की थी. इनमें से ज्यादातर लोगों को पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया है.
बच्ची से डरा तालिबान, सरेआम मारी गोली
पाकिस्तान में प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने मलाला पर हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसे पश्चिमी विचारों और धर्मनिरपेक्षता का समर्थन करने के लिए निशाना बनाया गया है. तालिबान ने कहा है कि वह लगातार मलाला को निशाना बनाता रहेगा.
मलाला फिलहाल रावलपिंडी के शीर्ष सैन्य अस्पताल के सघन चिकित्सा केन्द्र में है. डॉक्टरों ने बुधवार को तीन घंटे के ऑपरेशन के बाद मलाला की रीढ़ के पास लगी गोली निकाली थी जिसके बाद बेहतर इलाज के लिए कल उसे रावलपिंडी ले जाया गया.
सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि मलाला की हालत संतोषजनक है लेकिन वह अभी भी वेंटीलेटर पर है. उन्होंने कहा कि मलाला के स्वास्थ्य में सुधार के लिए अगले 36 से 48 घंटे बहुत महत्वपूर्ण हैं.