मंगल की सतह पर उतरने के एक माह से भी ज्यादा समय के बाद अब अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का रोवर ‘क्यूरियोसिटी’ शुक्रवार को पहली बार वहां की चट्टान का अध्ययन करेगा.
मंगल विज्ञान प्रयोगशाला परियोजना के वैज्ञानिक जॉन ग्रोत्जिंगर ने कहा कि बुधवार रात इस रोवर ने अगले 100 फुट की यात्रा की. इस तरह अब तक यह कुल 950 फुट तक चल चुका है.
उन्होंने कहा, ‘हम लगातार ग्लेनेल्ग की ओर बढ़ रहे हैं.’ ग्लेनेल्ग एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर तीन अलग-अलग किस्म के भूप्रदेश आकर मिलते हैं. टेलीकान्फ्रेंस के जरिए बात करते हुए जॉन ने कहा, ‘हम लगभग आधा रास्ता तय कर चुके हैं.’
क्यूरियोसिटी रोवर मंगल की सतह पर जीवन की संभावनाएं खोजने के लिए गया है. रोवर का यह मंगल अभियान दो वर्षों का है.
वैज्ञानिकों का दल क्यूरियोसिटी को कुछ दिनों के लिए रोक देने की सोच रहा है ताकि शंकु के आकार वाली इस चट्टान का अध्ययन किया जा सके. यह रोवर द्वारा ‘संपर्क विज्ञान’ के तहत किया गया पहला अध्ययन होगा. इस रोवर पर लगी रोबोटिक भुजा की मदद से चट्टान की तस्वीरें लेकर उसका अध्ययन किया जाएगा.
चट्टान की उंचाई लगभग 10 इंच है, जबकि इसका आधार 16 इंच चौड़ा है.