अमेरिका के उत्तर पूर्वी तटीय इलाकों में चक्रवाती तूफान सैंडी की तबाही का कहर जारी है. इसकी चपेट में आकर 50 लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्यादा बर्बादी न्यूजर्सी में हुई है. यहां से हजारों लोगों को दूसरी जगह ले जाया गया है. तेज हवा और बारिश के साथ सैंडी तूफान शहर दर शहर तोड़ फोड़ मचाता हुआ आगे बढ़ रहा है.
साथ ही लाखों लोग अंधरे में रहने को मजबूर हैं वहीं लगातार दूसरे दिन भी न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज बंद रहा. माना जा रहा है कि साढ़े सात अरब लोग सोमवार रात से बिना बिजली के गुजर बसर कर रहे हैं.
लाखों में 2 दिन से बिजली नहीं
न्यूयार्क में भारी बारिश और तेज हवाओं से 10 लोगों की मौत हो गयी. शहर में आग लगने के कारण करीब 100 घर नष्ट हो गए और अग्निशमन कर्मी इस पर काबू के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
न्यूजर्सी में तूफान की रफ्तार 80 मील प्रतिघंटे थी. इस इलाके में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं. तटीय क्षेत्रों में अप्रत्याशित तौर पर 13 फुट तक की उंची लहरें उठी. इस तूफान के कारण छह नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव का प्रचार अभियान भी प्रभावित हुआ है.
प्रचार अभियान को बीच में ही रोककर व्हाइट हाउस लौटे ओबामा ने न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी प्रांतों में इस तूफान को ‘बड़ी त्रासदी’ करार दिया है.
ओबामा ने एक आपातकालीन बैठक बुलाकर अपने अधिकारियों से कहा कि इस समय लोगों को उपलब्ध साधन मुहैया कराना ही प्राथमिकता है. उन्होंने इस तूफान के कारण मारे गये लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया.
व्हाइट हाउस के अनुसार ओबामा ने बैठक के दौरान तूफान से प्रभावित हुये लोगों के बारे में चिंता जाहिर की और लोगों की मदद करने वालों को सराहा.
रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी ने भी तूफान की वजह से अपना प्रचार अभियान बीच में ही रोक दिया है. न्यूजर्सी के गवर्नर क्रिस क्रिस्टी ने कहा, ‘मै जो भी देख सकता हूं यह उससे भी ज्यादा भयावह है.’ तूफान के कारण अमेरिका में लगातार दूसरे दिन भी शेयर बाजार बंद रहा. 1888 के बाद पहली बार न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज लगातार दो दिन बंद रहा.
तूफान से अब तक 10 से 20 अरब डालर के नुकसान का अनुमान लगाया गया है. सीबीएस न्यूज के अनुसार न्यू जर्सी, न्यूयॉर्क, मैरीलैंड, नॉर्थ कैरोलिना, वेस्ट वर्जीनिया, पेंसिलवानिया और कनेक्टीकट में 17 लोगों की मौत हुई है. मृतकों में तीन बच्चे भी हैं.
पिछले कुछ वषरें में अमेरिका के पूर्वी तट पर यह सबसे भीषण तूफान है. शुरूआती घंटों में इस तूफान ने तटीय क्षेत्र के शहरों को अपनी जद में ले लिया.
अमेरिकी परमाणु नियामक आयोग (एनआरसी) ने न्यू जर्सी के ओस्टर क्रीक परमाणु बिजली संयंत्र में आपात स्थिति घोषित कर दी है. यहां भी पानी जमा हो गया. कुछ संयंत्र ईंधन भरे जाने के कारण अभी बंद है. तूफान के कारण एहतियात बरतते हुए दो परमाणु संयंत्र बंद कर दिए गए हैं.
न्यूयार्क और न्यूजर्सी में रिकार्ड बारिश हुयी और प्रमुख परिवहन सेवाओं को बंद करना पड़ा. क्षेत्र में न्यूयार्क सिटी के जॉन एफ केनेडी एयरपोर्ट और अन्य एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया. तूफान प्रभावित इलाकों में 13,000 से ज्यादा उड़ानों को रद्द किया गया है.
अमेरिका के 12 से ज्यादा राज्यों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी गयी है. नार्थ कैरोलीना और न्यू हैंपशायर से लेकर समूचे पूर्वी तट पर करीब पांच करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं.
वाशिंगटन डीसी, फिलाडेल्फिया और न्यूयार्क में मास ट्रांजिट सिस्टम को बंद कर दिया है जिससे रोजाना 1.10 करोड़ लोग अपने गंतव्य की ओर आते जाते हैं. इन राज्यों में स्कूल बंद है जिससे 47 लाख बच्चे प्रभावित हुए हैं.
तूफान के कारण दो परमाणु संयंत्रों को बंद कर दिया गया है. इनमें से एक संयंत्र न्यू जर्सी और दूसरा न्यूयॉर्क में है.