पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने लोगों को उग्रवाद से निपटने के लिए एकजुटता दिखाने की अपील की. उन्होंने सोमवार को कहा कि उग्रवादियों के खिलाफ पाकिस्तान नए अभियान नहीं छेड़ सकता क्योंकि इस मुद्दे पर राष्ट्रीय सहमति नहीं है. उन्होंने विपक्ष पर 'दक्षिणपंथी मतों' के लिए दलाली करने का आरोप लगाया.
जरदारी ने जोर देते हुए कहा कि देश उग्रवाद के खिलाफ जरूर लड़ेगा लेकिन चेतावनी दी कि लोगों को जवाबी हमले के लिए भी तैयार रहना होगा. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि अतीत में हुए अभियान, जैसे की स्वात घाटी, सर्वसहमति से हुए हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान में नवीन अभियानों के लिए विपक्ष के साथ कोई सहमति नहीं है.
अगले वर्ष होने वाले आम चुनाव का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, 'फिलहाल सहमति के बारे में पूछना ही बेकार है क्योंकि आप भी जानते हैं और मैं भी कि वे दक्षिणपंथी वोट बैंक को बचाना चाहते हैं.' जरदारी ने कहा, 'इससे पहले हमेशा हमारे पास पूरी सहमति थी, लेकिन आज ऐसा नहीं है.' उन्होंने यह भी कहा कि संसद में विपक्ष के नेता के बयान ने स्पष्ट कर दिया है कि देश नवीन अभियान के मुद्दे पर बंटा हुआ है.