प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) तथा पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए रविवार को कंबोडिया पहुंचे. पश्चिमी देशों में आर्थिक सुस्ती के बीच यह शिखर सम्मेलन भारत के लिए क्षेत्र के साथ आर्थिक सहयोग बढ़ाने का मौका है. सिंह इस यात्रा के दौरान तीन दिन किंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह में रहेंगे.
आसियान और पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन के अलावा इस दौरान उनकी चीन के प्रधानमंत्री वेन च्याबो तथा कुछ अन्य वैश्विक नेताओं से बैठक की भी संभावना है.
रवानगी से पहले सिंह ने अपने बयान में कहा कि दस सदस्यीय आसियान के साथ भारत के रिश्ते उसकी पूर्व की ओर देखो नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.
उन्होंने कहा कि यह आसियान के साथ हमारे शिखर स्तरीय संबंधों की दसवीं तथा बातचीत की 20वीं वषर्गांठ है. भारत इस उपलक्ष्य में अगले महीने नयी दिल्ली में विशेष शिखर सम्मेलन आयोजित कर रहा है.
सिंह ने कहा है कि बीते दशक में भारत के आसियान के साथ संबंध और प्रगाढ़, व्यापक तथा बहुआयामी हुए हैं. उन्होंने कहा कि नोमपेन्ह में शिखर सम्मेलन से हमें अगले महीने प्रस्तावित शिखर सम्मेलन का महत्वाकांक्षी एजेंडा तय करने का अवसर मिलेगा.
18 देशों के संगठन पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन के बारे में उन्होंने कहा कि यह एशिया प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता तथा संपन्नता को बढावा देने वाला प्रमुख संगठन है. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल हम भारत सहित एफटीए सहयोगियों तथा आसियान के साथ क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी के लिए बातचीत शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं. क्षेत्र में आर्थिक समुदाय के विकास की तरफ यह बड़ा कदम है. सिंह ने कहा कि यह संगठन इस क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा के लिहाज से भी एक महत्वपूर्ण मंच के तौर पर काम करता है.
यूरोप और दूसरे पश्चिमी देशों में आर्थिक सुस्ती के बीच संभावना है कि प्रधानमंत्री अपनी कंबोडिया यात्रा के दौरान भारत और आसियान के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ाने पर जोर देंगे.
उल्लेखनीय है कि भारत और आसियान मुक्त व्यापार समझौते (सेवा व निवेश) पर बातचीत कर रहे हैं और वे इसे 19 नवंबर को शिखर सम्मेलन से पहले सिरे चढ़ाना चाहते हैं. दोनों पक्ष वस्तुओं पर मुक्त व्यापार समझौते :एफटीए: पर पहले ही हस्ताक्षर कर चुके हैं. भारत का आसियान के साथ व्यापार 2011-12 में 30 प्रतिशत बढ़कर 50 अरब डालर से अधिक हो गया.
संभावना है कि प्रधानमंत्री बिहार के नालंदा में अध्ययन केंद्र के पुनरोद्धार के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी आसियान नेताओं को बताएंगे. अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा भी नोम पेन्ह आएंगे लेकिन अभी यह तय नहीं है कि सिंह तथा ओबामा की बैठक होगी, क्योंकि समय की कमी है.