पाकिस्तान ने बतौर सद्भावना दक्षिणी बंदरगाह शहर कराची की जेल में बंद 48 भारतीय मछुआरों को सोमवार को रिहा कर दिया है. इन मछुआरों को वाघा सीमा पर भेज दिया गया है जहां से सीमा पार कर भारत में प्रवेश करेंगे.
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की शनिवार को की गयी घोषणा के बाद यह कदम उठाया गया है. उन्होंने ऐलान किया था कि पाकिस्तानी जेलों में बंद सभी भारतीय मछुआरों को रिहा किया जाएगा. इनमें वे मछुआरे भी शामिल थे जिनकी जेल की अवधि अभी पूरी नहीं हुई है.
जरदारी ने विदेश मंत्री एस एम कृष्णा की पाकिस्तान यात्रा के दौरान यह घोषणा की थी.
समझा जाता है कि कराची की मालीर जेल में अभी करीब 50 और भारतीय कैदी हैं. इसी जेल से मछुआरों को आज सुबह रिहा कर लाहौर भेजा गया.
वे मंगलवार को वाघा सीमा से भारत जाएंगे.
रिहा किए गए मछुआरों में 18 साल का किशन चंद भी शामिल है. उसे बीमारी के चलते पहले रिहा नहीं किया जा सका था.
पाकिस्तानी फिशरफोक फोरम ने इसके जवाब में इस समय भारतीय जेलों में बंद पाकिस्तानी मछुआरों की रिहाई का आह्वान किया है.
सरकार द्वारा पिछले माह संसद में मुहैया करायी गयी जानकारी के अनुसार, 85 मछुआरों समेत कुल 428 पाकिस्तानी नागरिक इस समय भारतीय जेलों में बंद हैं.