अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार मिट रोमनी ने देश की खराब वित्तीय हालात के लिये मौजूदा राष्ट्रपति बराक ओबामा को जिम्मेदार ठहराते हुये अमेरिकी अर्थव्यवस्था को फिर से ढर्रे पर लाने का वचन दिया.
रोमनी ने शनिवार को यहां अपने प्रचार अभियान के मौके पर आर्थिक नीति से जुड़े प्रमुख भाषण में कहा ‘जो उन्हें विरासत में मिला, समस्या सिर्फ उतनी ही नहीं थी लेकिन जो उन्होंने किया उसने विरासत में मिली समस्या को और गहरा दिया.’ उन्होंने कहा ‘राष्ट्रपति ओबामा बार-बार हमें याद दिलाते हैं कि उन्हें विरासत में संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था मिली. लेकिन उन्हें विरासत में सिर्फ संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था ही नहीं मिली बल्कि पृथ्वी के इतिहास का महानतम देश भी मिला. उन्हें आज तक के इतिहास का सबसे उत्पादक और नवोन्मेषी राष्ट्र भी मिला. उन्हें विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भी विरासत में मिली.’
उन्होंने कहा कि ओबामा ने सत्ता संभाली तो उन्हें विरासत में खराब हालात मिले और उसके बाद उन्होंने हालात और बिगाड़े. उन्होंने कहा ‘उन्हें जो कुछ भी विरासत में मिला हो उसके बावजूद राष्ट्रपति ओबामा ने हमारी अर्थव्यवस्था को ठीक नहीं किया. वह स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा को नहीं बचा पाये. उन्होंने खर्च और उधार पर अंकुश नहीं लगाया. उन्होंने हमें इकट्ठा करने के लिए कोई विशेष कदम नहीं उठाया. न ही उन्होंने चीन की व्यापार नीतियों के खिलाफ कोई कदम उठाया और न ही मुस्लिम देशों के साथ हमारे संबंध बेहतर बनाने का वायदा पूरा किया जहां अमेरिका विरोधी मुहिम बढ़ रही है.’
रोमनी ने आरोप लगाया कि ओबामा ने सिर्फ चार साल की अवधि में करीब 6,000 अरब डॉलर का ऋण लिया और यह इनसे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों द्वारा लिए गए कुल ऋण के बराबर है,