रूस ने कश्मीर मुद्दे के समाधान में अपनी किसी भी भूमिका से इंकार करते हुए कहा है कि भारत और पाकिस्तान अपने बीच के सभी मसलों को हल करने में सक्षम हैं.
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि भारत और पाकिस्तान बिना किसी बाहरी मदद के द्विपक्षीय वार्ता के जरिए कश्मीर मुद्दे को हल करने में सक्षम हैं.
पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में लावरोव ने कहा कि भारत और पाकिस्तान एक दूसरे के संपर्क में हैं और आपस में बातचीत कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘हमने इस मुद्दे पर बातचीत की. परस्पर विश्वास बहाली को लेकर भारत और पाकिस्तान की ओर से उठाए गए कदमों का हम स्वागत करते हैं. दोनों बिना किसी विदेशी मदद के अपने परस्पर मुद्दों का समाधान निकालने में सक्षम हैं.’
रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देशों ने राजनयिक परंपरा स्थापित की है और भारत एवं पाकिस्तान के बीच चल रही बातचीत एक अच्छा घटनाक्रम है.
लावरोव और हिना रब्बानी दोनों ने कहा कि अफगानिस्तान, सीरिया एवं लीबिया के हालात तथा ईरान के परमाणु कार्यक्रम जैसे मुद्दों पर पाकिस्तान और रूस के विचार मिलते हैं. रूसी विदेश मंत्री ने पाकिस्तान की ओर से अमेरिकी ड्रोन हमलों को संप्रभुता का हनन करार दिए जाने का समर्थन किया.
हिना रब्बानी ने कहा, ‘ड्रोन हमले गैर कानूनी और प्रतिक्रियावादी हैं. आतंकवाद विरोधी प्रयासों को लेकर विश्व समुदाय को संयुक्त राष्ट्र चार्टर के मुताबिक कानूनी रूप से काम करना होगा.’
उन्होंने कहा, ‘ड्रोन हमले पाकिस्तान की संप्रभुता के खिलाफ हैं और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि युद्ध पर ध्यान देने के साथ ही हमारे नजरें जीत पर भी हैं.’