2015 से पहले का आखिरी पूर्ण सूर्यग्रहण ऑस्ट्रेलिया में दिखायी दिया. दीपावली के एक दिन बाद हुई इस दुर्लभ खगोलीय घटना को हिन्दुस्तान के किसी भी कोने से नहीं देखा जा सका. लेकिन ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में सूर्यग्रहण का नजारा देखने लायक रहा.
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी पर अमावस्या मंगलवार यानी 13 नवंबर को दीपावली पर्व मनाया गया. प्रदोष समय के अनुसार 17:40 से रात 20:16 तक का महालक्ष्मी पूजन का समय था. इसके साथ ही मध्यरात्रि निशिथकाल में भी श्री लक्ष्मी पूजन रात 23:45 से मध्यरात्रि 00:15 बजे तक और 00:15 से 02:28 तक समय था.
ग्रहण भारतीय स्टैंडर्ड समयानुसार राज दो बजकर आठ मिनट से प्रारंभ हुआ और छह बजकर 15 मिनट पर समाप्त हुआ.
इसी के साथ लगभग 1300 साल लंबा इंतजार बुधवार को उस समय खत्म हो गया जब आस्ट्रेलिया में 60 हजार से भी अधिक लोगों ने इस दुर्लभ पूर्ण सूर्य ग्रहण को देखा.
ग्रहण दक्षिण प्रशांत के ऊपर दिखा और इसके दीदार के लिए विश्व भर के हजारों लोग उत्तरी ऑस्ट्रेलिया पहुंचे हैं.
यह ग्रहण सूर्योदय के वक्त शुरू हुआ. बुधवार को अंतरराष्ट्रीय समयानुसार तड़के दो बजकर पांच मिनट पर चांद सूर्य के सामने आना शुरू हुआ और जल्द ही सूर्य को पूरी तरह ढ़क दिया. यह सूर्यग्रहण इसलिए दुर्लभ माना जा रहा है क्योंकि सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी पूरी तरह से समान रेखा पर आ गए.
उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखा जबकि पूर्वी ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंडोनेशिया के पूर्वी भाग, चिली के दक्षिणी भाग और अर्जेंटीना में आंशिक ग्रहण दिखा.