अमेरिका ने समाचार पत्र 'द न्यूयार्क टाइम्स' की उस रिपोर्ट का खंडन किया है, जिसमें कहा गया है कि ईरान के विवादास्पद परमाणु मुद्दे पर अमेरिका उसके साथ बातचीत के लिए राजी हो गया है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता टॉमी वीटर ने एक बयान में कहा है, 'यह सही नहीं है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के बाद अमेरिका और ईरान किसी तरह की बातचीत या बैठक के लिए राजी हो गए हैं.'
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति ने स्पष्ट कर दिया है कि वह ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकेंगे. हम ऐसा करेंगे. ईरान पर प्रतिबंध का एक बड़ा कारण इस उद्देश्य को हासिल करना और उस पर अंतर्राष्ट्रीय जवाबदेहियों के निर्वहन के लिए दबाव बनाना है.'
उन्होंने कहा, 'अब इसका दायित्व ईरान पर है कि वह अंतर्राष्ट्रीय जवाबदेहियों का निर्वहन करे, अन्यथा उन्हें अधिक प्रतिबंध झेलने होंगे.'
'द न्यूयार्क टाइम्स' ने राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन के एक अधिकारी के हवाले से शनिवार को प्रकाशित रिपोर्ट में लिखा है कि जनवरी 2009 में ओबामा के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही अमेरिका और ईरान के अधिकारियों के बीच इस मुद्दे पर गोपनीय वार्ता हो रही थी, जिसके परिणामस्वरूप यह सहमति बनी है.
यह खबर ऐसे समय में आई है, जब दो दिन बाद ओबामा और उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी के बीच राष्ट्रपति पद के लिए फ्लोरिडा के बोका रैटन में तीसरे व अंतिम दौर की बहस होनी है. रोमनी ने अपने चुनाव प्रचार में ओबामा प्रशासन की विदेशी नीति पर कई सवाल उठाए हैं.