अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में संभावित तौर पर चुनी जाने वालीं पहली हिंदू-अमेरिकी तुलसी गबार्ड को अगले हफ्ते उत्तरी कैरोलीना में राष्ट्रीय डेमोक्रेटिक सम्मेलन को संबोधित करने के लिये आमंत्रित किया गया है.
इस महीने की शुरुआत में हवाई से डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव जीत चुकी तुलसी का नाम उन महिला वक्ताओं की सूची में दर्ज है जो इस सम्मेलन को संबोधित करेंगी. इस सूची में सदन में डेमोक्रेटिक नेता नैंसी पॉलोसी का नाम सबसे उपर है.
सूची में सात महिला सांसदों के अलावा प्रतिनिधि सभा के दो उम्मीदवारों के भी नाम हैं जिनमें ओहायो से जोयसी बिटी और हवाई से तुलसी गबार्ड के नाम शामिल हैं. इस सूची में शामिल एकमात्र भारतीय-अमेरिकी कैलिफोर्निया की अटार्नी जनरल कमला डी हैरिस हैं.
तुलसी ने प्रेट्र को दिये साक्षात्कार में कहा, ‘मुझे भगवान कृष्ण की भगवद् गीता और न्यू टेस्टामेंट दोनों का अध्ययन करने का मौका मिला है. और महात्मा गांधी की तरह, जिन्होंने भी गीता और ईशा मसीह के उपदेश पढ़े, मुझे लगता है कि दोनों का मूल संदेश यह है कि हम सही मायनों में तभी खुश रह सकते हैं जब हम अपने जीवन को भगवान और मानवता की सेवा में समर्पित करें.’
तुलसी ने कहा, ‘मैं अपने जीवन में यह करने की कोशिश कर रही हूं, कर्मयोग और भक्तियोग की वैश्विक आध्यात्मिक शिक्षाओं का सही अथरें में पालन करना.’ गौरतलब है कि तुलसी ने वर्ष 2002 में सबसे कम उम्र में प्रांत का प्रतिनिधि बनने का खिताब अपने नाम किया था और वह अमेरिका में इस पद पर चुनी जानी वालीं सबसे कम उम्र की महिला हैं.
वर्तमान में वह हवाई आर्मी नेशनल गार्ड की कंपनी कमांडर हैं. तुलसी कभी भी भारत नहीं आयी हैं, हालांकि उनका कहना है कि वह प्रतिनिधि सभा के उम्मीदवार के तौर पर भारत का दौरा करने के प्रति आशान्वित हैं.
उन्होंने कहा, ‘एक वैष्णव के तौर पर मैं वृंदावन के पवित्र स्थलों की यात्रा करने के प्रति आशान्वित हूं.’