अमेरिका के एक शीर्ष अधिकारी ने पहली बार एक नया खुलासा करते हुए बताया है कि अमेरिकी बलों ने पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ओसामा बिन लादेन के ठिकाने से एक टेलीफोन बरामद किया था. इस खुलासे के बाद अल कायदा प्रमुख के ठिकाने के बारे में नयी जानकारी मिलने की उम्मीद है.
लादेन को 2 मई 2011 को अमेरिकी कमांडो ने ऐबटाबाद में रात में छापा मार कर मार गिराया था. अभी तक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी यही कहते रहे हैं कि लादेन के आवासीय परिसर में कोई इंटरनेट या टेलिफोन कनेक्शन नहीं था और लादेन अपने संदेशों को भिजवाने या अपने सहयोगियों के साथ संवाद स्थापित करने में पूरी तरह अपने संदेशवाहकों पर ही निर्भर रहता था. राजस्व विभाग में फाइनेंशियल क्राइम्स एनफोर्समेंट नेटवर्क के निदेशक जेनिफर शास्की कालवेरी ने लादेन के घर से टेलिफोन मिलने का दावा किया है. उन्होंने धन की हेराफेरी विषय पर आयोजित एक बैठक में बातचीत के दौरान 'संदिग्ध गतिविधि रिपोर्ट' यानि एसएआर के महत्व पर प्रकाश डाला जिसे संघीय जांच ब्यूरो आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में लागू कर रहा है.
कालवेरी ने कहा, 'एफबीआई अपनी मौजूदा जांच में एसएआर सूचना पर बहुत अधिक भरोसा करता है. उन्होंने कहा, 'उदाहरण के लिए लादेन को निशाने पर लिए जाने के बाद हमने ऐबटाबाद संबंधी सभी एसएआर को खोजा. ऐबटाबाद के संबंध में हमारी एसएआर सूचना में एक टेलिफोन नंबर भी था. एसएआर और टेलिफोन नंबर से यह पता चला कि संबंधित व्यक्ति ने ऐबटाबाद में एक नंबर पर फोन किया था और इस नंबर पर उस टेलिफोन से भी काल किया गया जो लादेन के परिसर से मिला था. हमारे लिए यह महत्वपूर्ण जानकारी थी.
कालवेरी ने कहा 'आपके वित्तीय संस्थान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में आंख और कान का काम करते हैं. हम आप पर निर्भर हैं.' लादेन के खिलाफ सेना के सहयोग से गोपनीय अभियान चलाने वाली केंद्रीय खुफिया एजेंसी इस मामले पर टिप्पणी के लिए तत्काल उपलब्ध नहीं हो सकी. खुफिया एजेंसी ने ही ऐबटाबाद से मिली सभी सूचनाओं को संग्रहित किया था.