अमेरिका के विस्कोन्सिन गुरूद्वारा के अंदर गोलीबारी कर छह लोगों की जान लेने वाला 40 वर्षीय पूर्व सैन्यकर्मी का नस्लवादी संगठनों से संबंध था. नागरिक अधिकार संगठन उसकी तलाश कर रहे थे.
वेड माइकल पेज नाम के इस हमलावर को एक पुलिस अधिकारी ने ओक क्रीक गुरूद्वारा के पार्किंग क्षेत्र में मार गिराया. इससे पहले उसने एक पुलिसकर्मी को घायल कर दिया था और छह लोगों की जान ले ली थी. गुरूद्वारा में घटना के वक्त रविवार की सुबह की प्रार्थना और लंगर के लिए तैयारी चल रही थी.
न्यूयार्क टाइम्स ने नागरिक अधिकार संगठन साउदर्न पावर्टी लॉ सेंटर स्थित अधिकारियों के हवाले से बताया कि वे करीब एक दशक से पेज की तलाश कर रहे थे क्योंकि उसके श्वेत उन्मादी आंदोलन से संबंध थे. उन्होंने उसे एक परेशान नव नाजी बताया. उधर, वाशिंगटन से प्राप्त खबर के मुताबिक हमलवार 1998 में अपनी बख्रास्ती से पहले अमेरिकी सेना में मनोवैज्ञानिक ऑपरेशन विशेषज्ञ था. छह साल की नौकरी के बाद उसे बख्रास्त कर दिया गया था.
अधिकारियों ने बताया कि पेज (40) को सेना से उसे 1998 में अनुशासनहीनता के चलते निकाला गया था. ब्यूरो ऑफ अल्कोहल, टोबैको एंड फायरआर्म्स के एक एजेंट ने एबीसी न्यूज को बताया कि हमलावर की बांह पर 9/11 का टैटू था.