भारत-चीन के बीच साल 1962 के युद्ध की 50वीं बरसी से पहले चीन ने शुक्रवार को कहा कि वह पूरे दिल से चाहता है कि भारत के साथ सीमा विवाद को बातचीत से सुलझाए और दोस्ताना संबंधों को बनाए रखे.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता होंग ली ने कहा, ‘चीन शांतिपूर्ण तरीके से विकसित हो रहा है और दिल से चाहता है तथा भारत के साथ दोस्ताना और सहयोगपूर्ण संबंधों को बनाए रखने की आशा करता है. चीन दिल से चाहता है कि भारत के साथ सीमा विवाद बातचीत से सुलझाया जाए.’
होंग ने कहा है कि सीमावर्ती क्षेत्र को शांतिपूर्ण बनाए रखा गया है और वह स्थाई है. साल 1962 में दोनों देशों के बीच हुए युद्ध की बरसी 20 अक्टूबर को है. सीमा विवाद को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच अभी तक 15 चरणों की वार्ता हो चुकी है.
भारत का कहना है कि विवादित क्षेत्र का क्षेत्रफल 4,000 किलोमीटर है जबकि चीन इसे 2,000 किलोमीटर बताता है. यह विवाद अरुणाचल प्रदेश में है जिसे चीन दक्षिणी तिब्बत कहता है.
होंग ने कहा कि सीमा विवादों को सुलझाने के लिए चीन और भारत दोनों मैत्रीपूर्ण तरीके का उपयोग करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि भारत-चीन के रिश्तों के उज्जवल भविष्य के लिए दोनों देशों को परस्पर विश्वास को मजबूत करने की जरूरत है.