यमन में अमेरिकी दूतावास पर प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया. प्रदर्शनकारी दूतावास में घुस गए और उन्होंने जमकर तोड़फोड़ की. जानकारी के मुताबिक दूतावास के कर्मचारियों को समय रहते सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया था. यमन की सड़कों पर हथियारबंद प्रदर्शनकारियों को खुलेआम घूमते हुए देखा जा रहा है.
इससे पहले लीबिया के बेनगाझी स्थित अमेरिकी कॉन्सुलेट के दफ्तर पर मंगलवार को हुए हमले में अमेरिकी राजदूत क्रिस्टोफर स्टीवेंस की मौत हो गई थी. इसके बाद अमेरिका ने सख्त तेवर अपनाए हैं. उसने अपने दो विध्वंसक पोत लीबिया की ओर रवाना कर दिए हैं. त्रिपोली स्थित दूतावास की सुरक्षा के लिए मरीन टीम की तैनाती कर दी गई है.
अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लीबिया में तैनात करने के लिए दो विध्वंसक पोतों को रवाना किया जा रहा लेकिन इस कदम को एहतियाती तौर पर उठाया गया है. वहीं, पेंटागन के प्रवक्ता जार्ज लिटले ने इस मूवमेंट पर किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पूरी दुनिया में स्थित अमेरिकी दूतावास की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दे दिए हैं. पूरा विवाद एक फिल्म से भड़का है, जिसमें पैगंबर मोहम्मद साहब को कथित रूप से व्यभिचारी बताया गया है.