विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कहा कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने पिछले दो दशक से जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत सिंह का मामला ‘बहुत गंभीरता’ से लिया है.
कृष्णा ने जरदारी के साथ बैठक के दौरान 49 वर्षीय सरबजीत का मामला उठाया था.
कृष्णा ने कहा कि राष्ट्रपति ने इसे बहुत गंभीरता से लिया और उन्होंने अपने कार्यालय को इस मामले में विस्तृत रूप से गौर करने का निर्देश दिया.
उन्होंने कहा कि हमारा रूख मानवीय आधार पर है, क्योंकि तथ्य यह है कि वह पाकिस्तानी जेल में करीब 20 साल बिता चुका है. कृष्णा ने कहा कि पाकिस्तान सरकार को इस मुद्दे पर फैसला लेने से पहले सरबजीत की उम्र और स्वास्थ्य जैसे विषयों पर विचार करना होगा.
सरबजीत वर्ष 1990 में हुए बम विस्फोटों में कथित संलिप्तता को लेकर दोषी है लेकिन उसके परिवार का कहना है कि वह गलत फंस गया है.